
प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
Bhokardan Municipal Council Election News: जालना लोकसभा चुनाव के बाद नगर पालिका चुनाव में भी भोकरदन में पूर्व केंद्रीय मंत्री और पांच बार के सांसद रहे रावसाहेब दानवे व उनके तीन बार के विधायक संतोष दानवे को करारा झटका लगा है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की उम्मीदवार मिर्जा समरीन ने भाजपा प्रत्याशी आशा माली को 830 मतों के अंतर से पराजित कर साबित कर दिया कि पार्टी का दबदबा अभी भी बरकरार है।
लोकसभा चुनाव के बाद यह हार दानवे परिवार के लिए दूसरा बड़ा आघात मानी जा रही है। भोकरदन में वर्षों से दानवे परिवार का वर्चस्व रहा है, पर इस बार स्थानीय राजनीति में समीकरण पूरी तरह बदलते दिखाई दिए। मतगणना के शुरुआती रुझानों में भाजपा उम्मीदवार आशा माली बढ़त बनाए हुए थीं।
दानवे पिता-पुत्रों के राजनीतिक प्रभाव को देखते हुए भाजपा की जीत तय मानी जा रही थी। जैसे-जैसे परिणाम स्पष्ट हुए, तस्वीर पूरी तरह पलट गई व मिर्जा समरीन ने अप्रत्याशित जीत के साथ दानवे परिवार के गढ़ में सेंध लगा दी।
नपा चुनाव के अंतिम नतीजों के अनुसार, भोकरदन में भाजपा के 9, राकां कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के 9 व कांग्रेस के 2 नगरसेवक चुने गए है। इन परिणामों से नपा में त्रिशंकु स्थिति बन गई है।
मिर्जा समरीन की जीत के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के कार्यकर्ताओं ने शहर में पार्टी के पूर्व विधायक चंद्रकांत दानवे की अगुवाई में कार्यकर्ताओ ने विजय जुलूस निकालकर खुशी का इजहार किया।
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इस दौरान रावसाहेब दानवे के निवास के सामने भी जश्न मनाए जाने से राजनीतिक माहौल और अधिक गरमा गया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अपने ही गढ़ में मिली यह हार दानवे परिवार के लिए चेतावनी साबित हो सकती है। इसका असर न केवल भोकरदन, बल्कि पूरे जालना जिले की राजनीति पर दूरगामी रूप से देखने मिल सकता है।
| उम्मीदवार / विकल्प | पक्ष | प्राप्त वोट |
|---|---|---|
| समरीन नाज वसीम बेग मिर्जा | राष्ट्रवादी (शरद पवार गुट) | 6,082 |
| आशाबाई एकनाथ माली | भाजपा | 5,339 |
| प्रियंका प्रतीक देशमुख | कांग्रेस | 3,964 |
| कुरैशी सानिया कौसर शेख खलील | राष्ट्रवादी (अजित पवार गुट) | 394 |
| NOTA | — | 102 |






