बैंक में बढ़ी महिलाओं की भीड़
जलगांव: महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए लाडली बहन योजना लागू की है, जिसके तहत अधिकांश महिलाओं के खातों में पैसे आने शुरू हो गए हैं। महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन सरकार ने 17 अगस्त को ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन’ (लाडली बहन) योजना की औपचारिक शुरुआत की। इस योजना की जुलाई और अगस्त की दो किश्तें महिलाओं के बैंक खाते में जमा किए जा चुके हैं। अभी तक 1 करोड़ 3 लाख रुपए पात्र महिलाओं के खाते में जमा हो चुके हैं।
अब बैंकों में महिलाओं की भीड़ बढ़ने लगी है। कोई पैसे निकालने आ रहा है तो काेई किसी समस्या को लेकर बैंक पहुंच रहा है। कई महिलाओं के खातों में बड़े पैमाने पर समस्याएं आ रही हैं, जैसे कि पहले से खुले खाते अब बंद हो गए हैं क्योंकि कोई लेन-देन नहीं हुआ है। इसके अलावा, आधार और मोबाइल लिंक करने, खातों को अपडेट करने और पैसे निकालने की प्रक्रिया में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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इन समस्याओं के कारण, पुरे राज्य की बैंकों में भीड़ बढ़ने लगी है। ऐसा ही नजारा जलगांव जिले के फैजपुर की यूनियन बैंक और भारतीय स्टेट बैंक में देखने काे मिला। जहां बड़े पैमाने पर महिलाओं की भीड़ हो रही है, और एक बार में सभी काम न हो पाने के कारण हर दिन भीड़ बढ़ती जा रही है। महिलाओं के खातों में पैसे आए या नहीं आए, इस संदर्भ में महिलाओं में बड़े पैमाने पर मानसिक तनाव दिखाई दे रहा है।
खाते में पैसे आए तो ठीक, नहीं आए तो क्या होगा, इस कारण से महिलाओं की चिंता बढ़ रहा है, जिससे यूनियन बैंक और स्टेट बैंक में महिलाओं की बड़े पैमाने पर भीड़ हो रही है। जिन महिलाओं के खाते में पैस आ गए पैसे निकालने के लिए आ रही है। तो जिनके खाते में नहीं आए वे महिलाओं समस्या के कारण बैंक में पहुंच रही है। इस भीड़ के कारण यूनियन बैंक और स्टेट बैंक के प्रबंधक सहित कर्मचारियों पर भी काम का तनाव बढ गया है।
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17 अगस्त को पुणे में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने समारोह में मौजूद महिलाओं से कहा कि ”अगर आप हमें ताकत देंगे तो 1,500 रुपए की मौजूदा राशि को बढ़ाकर 2,000 रुपए कर दिया जाएगा। अगर हमें आपका समर्थन मिला तो हम आपको 3,000 रुपए से अधिक दे सकते हैं।