(फोटो सोर्स सोशल मीडिया)
नासिक : नासिक मनपा ने 2027-28 में होने वाले आगामी सिंहस्थ कुंभ मेले के लिए अपने बजट में 60 प्रतिशत की कटौती की है। संशोधित बजट को 15 हजार करोड़ से घटाकर 7 हजार करोड़ कर दिया गया है। यह निर्णय विभागीय आयुक्त डॉ. प्रवीण गेडाम और जिला कलेक्टर जलज शर्मा द्वारा बजट की समीक्षा करने और मनपा को कुंभ मेले से संबंधित आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश देने के बाद लिया गया। संशोधित बजट आवश्यक परियोजनाओं पर केंद्रित है, जिसके परिणामस्वरूप गैर-जरूरी खर्चों में उल्लेखनीय कमी आई है।
मनपा प्रशासन ने संशोधित बजट को मंजूरी के लिए जिला प्रशासन को सौंप दिया है। इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कुंभ मेले के लिए आवंटित धन का कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाए।
नासिक मनपा ने विभागीय आयुक्त डॉ. प्रवीण गेडाम को 15 हजार 172 करोड़ का बजट पेश किया था, लेकिन बजट की अवास्तविक प्रकृति और इस तरह के वित्तपोषण प्राप्त होने की कम संभावना के कारण, डॉ. गेडाम ने बजट की समीक्षा और कटौती का आदेश दिया। कुंभ मेले में साधुओं और महंतों के साथ-साथ देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इस आयोजन की तैयारी के लिए मनपा ने बुनियादी ढांचे के विकास और विभिन्न निर्माण परियोजनाओं के लिए एक प्रारंभिक बजट तैयार किया है।
नासिक में कुंभ मेले की तैयारियों के लिए शुरुआती बजट ₹15 हजार करोड़ था। इस विशाल बजट में विभिन्न बुनियादी ढांचे के विकास परियोजनाओं के लिए आवंटन शामिल थे, जैसे साधु ग्राम और पार्किंग। साधु ग्राम, संतों और द्रष्टाओं के लिए समर्पित क्षेत्र और पार्किंग सुविधाओं के विकास के लिए ₹8 हजार करोड़ निर्धारित किए गए थे। इसके अलावा रिंग रोड और शहर की सड़कों और पुलों के विकास के लिए ₹6 हजार से ₹7 हजार करोड़ आवंटित किए गए थे।
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चिकित्सा सुविधाओं, जल आपूर्ति, स्वच्छता और अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए भी धन आवंटित किया गया था। हालांकि, बजट की समीक्षा करने के बाद, विभागीय आयुक्त डॉ. प्रवीण गेडाम और जिला कलेक्टर जलज शर्मा ने मनपा को आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता देने और अनावश्यक खर्चों को कम करने का निर्देश दिया। नतीजतन मनपा ने बजट में ₹8 हजार करोड़ की कटौती की, जिससे यह ₹7 हजारा करोड़ हो गया है।