
संतोष बांगर के घर छापा (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Hingoli News: राज्य में मित्रपक्ष माने जाने वाले भाजपा और शिवसेना शिंदे गुट के बीच हिंगोली में चल रहा विवाद अब खुलकर सामने आया है। कलमनुरी के शिवसेना विधायक संतोष बांगर के घर पर तड़के करीब 100 पुलिसकर्मियों ने छापा मारकर तलाशी ली। इसकी जानकारी विधान परिषद के सदस्य हेमंत पाटिल ने दी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई भाजपा विधायक के दबाव में की गई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एकनाथ शिंदे ने भी संज्ञान लिया है और पाटिल ने बताया कि वे मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगे। हिंगोली नगरपालिका चुनाव में शिंदे गुट के विधायक संतोष बांगर और भाजपा विधायक तानाजी मुटकुले आमने-सामने हैं। इसी राजनीतिक दबाव के चलते बांगर के घर की तलाशी ली गई। हेमंत पाटिल ने कहा कि जिले में शिवसेना की स्थिति मजबूत है।
कलमनुरी और हिंगोली शहर में सेना का भगवा लहराएंगे। यही वजह है कि विरोधियों के पैरों तले जमीन खिसक गई है। वे आगे बोले कि किसी विधायक के घर की तलाशी के लिए पूर्व अनुमति लेना आवश्यक है, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष की ओर से ऐसा कोई आदेश या मेल नहीं आया। फिर यह छापा किसके आदेश पर पड़ा? क्या सत्ता पक्ष के विधायक मुटकुले के दबाव में पुलिस ने यह कार्रवाई की?
हेमंत पाटिल ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने इस मामले की गंभीर दखल ली है। इसके साथ ही दोनों जिलों के विधायक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी मिलकर शिकायत करेंगे। हम सरकार में बराबर के साझेदार हैं। इसके बावजूद स्थानीय विधायक पुलिस पर दबाव बना रहे हैं। पाटिल ने छापेमारी की शैली को ‘दहशतवादी या गुंडे के घर’ जैसी बताते हुए महायुति के मित्रपक्ष पर निशाना साधा।
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भाजपा विधायक तानाजी मुटकुले ने पलटवार करते हुए कहा कि संतोष बांगर हिंगोली जिले पर लगा हुआ कलंक है। उन्होंने आरोप लगाया कि बांगर बिना पैसे के नहीं रह सकते। उसके कई अवैध धंधे हैं। मुटकुले ने यह दावा भी किया कि सत्तांतरण के दौरान संतोष बांगर ने ’50 खोके’ लिए थे और यह एक सत्य घटना है।






