मुंबई: नागपुर-मुंबई समृद्धि एक्सप्रेस-वे (Nagpur-Mumbai Samridhi Expressway) की सफलता से उत्साहित शिंदे-फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) ने राज्य के सभी जिलों को हाईवे (Highway) से जोड़ने का प्लान बनाया है। राज्य में 10 नए राजमार्ग के निर्माण की बहुउद्देशीय योजना की जिम्मेदारी महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम को दी गई हैं। इनमें समृद्धि एक्सप्रेस-वे से भी लंबे नागपुर-गोवा शक्तिपीठ एक्सप्रेस-वे (Nagpur-Goa Shaktipeeth Expressway) का समावेश है। यह एक्सप्रेस-वे वर्धा जिले के पवनर में शुरू होकर महाराष्ट्र-गोवा राज्य सीमा पर पतरादेवी पर समाप्त होगा।
एमएसआरडीसी के एमडी राधेश्याम मोपलवार के अनुसार, राज्य में लगभग तीन हजार किमी के नए हाईवे अगले पांच वर्ष में बनाने का रोड मैप तैयार किया जा रहा है। लगभग 3 लाख करोड़ रुपए के निवेश से बनने वाले 10 हाईवे सभी 36 जिलों से जुड़ जाएंगे। हाइवे नेटवर्क बनने से नए औद्योगिक नोड, विभिन्न हब, स्मार्ट सिटी आदि का विकास होगा।
नागपुर से गोवा को जोड़ने वाला शक्तिपीठ एक्सप्रेस-वे लगभग 760 किमी लंबा होगा। यह देश के सबसे लंबे समृद्धि एक्सप्रेस-वे से भी लंबा होगा। एमएसआरडीसी ने परियोजना के लिए फिजीबिल्टी रिपोर्ट और डीपीआर तैयार करने कंसल्टेंट नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू है। एमएसआरडीसी के अनुसार, दिसंबर के अंत तक निर्णय ले लिया जाएगा। शक्तिपीठ हाइवे राज्य के धार्मिक-आध्यात्मिक केंद्रों जैसे सेवाग्राम, करंजा लाड, माहुर, औंधा ,नागनाथ, नांदेड़ के गुरुद्वारा, परली-वैजनाथ, अंबाजोगाई, तुलजापुर, पंढरपुर और कुंकेश्वर को भी जोड़ेगा।
शक्तिपीठ एक्सप्रेस-वे विदर्भ, मराठवाड़ा और कोंकण के हिस्सों को एक दूसरे से जोड़ते हुए 11 जिलों से होकर गुजरेगा। जिन जिलों को यह जोड़ेगा उनमें वर्धा, यवतमाल, हिंगोली, नांदेड़, परभनी, लातूर, बीड, उस्मानाबाद, सोलापुर, कोल्हापुर और सिंधुदुर्ग शामिल हैं। राज्य के वॉर रूम-इन्फ्रास्ट्रक्चर की जिम्मेदारी संभाल रहे एमडी राधेश्याम मोपलवार को उम्मीद है कि अगले पांच वर्षों में पूरे राजमार्ग नेटवर्क का काम पूरा हो जाएगा।
शक्तिपीठ एक्सप्रेस-वे के साथ एमएसआरडीसी मुंबई से कोंकण होते हुए गोवा तक 6 लेन एक्सप्रेस-वे की योजना पर कार्य कर रही है। यह राज मार्ग पनवेल के पास पेन से सिंधुदुर्ग से सावंतवाड़ी तक जाएगा, जिस पर लगभग 80,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। मुंबई-कोंकण एक्सप्रेस-वे योजना के तहत लंबे घुमावदार मार्गों के बजाय तटीय जिलों से होते हुए सीधी सड़क बनेगी। गुरुवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे भी डीसीएम फडणवीस से मिल कर इस परियोजना को लेकर चर्चा की है।
एमएसआरडीसी के एमडी मोपलवार के अनुसार, राज्य में बेहतर कनेक्टिविटी ही सरकार का लक्ष्य है। इसके लिए नागपुर-गोवा एक्सप्रेस-वे के अलावा, एमएसआरडीसी विदर्भ क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए नागपुर-मुंबई एक्सप्रेस-वे, नागपुर-गोंदिया, गोंदिया-गढ़चिरोली और गढ़चिरौली-नागपुर राजमार्गों से जालना-नांदेड़ और जालना-नासिक कनेक्टर्स जैसी परियोजनाओं पर काम कर रहा है। जालना-नांदेड़ और जालना-नासिक राजमार्ग वास्तविक निर्माण शुरू करने के बहुत करीब हैं। इसके अलावा मुंबई के पास विरार अलीबाग मल्टी-मॉडल कॉरिडोर पर भी काम हो रहा है।