Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

पर्यटकों के लिए अच्छी खबर, माथेरान में 172 साल बाद चला ई-रिक्शा

  • By कमर.काजी
Updated On: Dec 06, 2022 | 07:30 PM
Follow Us
Close
Follow Us:

बदलापुर : मुंबई से करीब मध्य रेलवे के नेरल रेलवे स्टेशन (Neral Railway Station) से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित माथेरान हिल स्टेशन (Matheran Hill Station) का अपना 172 साल का इतिहास है। पहली बार माथेरान हिल स्टेशन पर ई-रिक्शा (E-Rickshaw) सेवा शुरू की गई है, जहां अब तक वाहनों की आवाजाही पर रोक थी, भविष्य में माथेरान के पर्यटन विकास (Tourism Development) में ई-रिक्शा अहम भूमिका निभाएगा। 

माथेरान गिरिस्थान की खोज अंग्रेजों ने 1850 में की थी, तभी से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए माथेरान में वाहनों पर प्रतिबंध लागू है। इसलिए पर्यटकों को अपनी कारों को दस्तूरी प्वाइंट वाहन अड्डे पर पार्क करना पड़ता था और फिर घोड़े या हाथ से खींचे जाने वाले रिक्शे से 3 किलोमीटर माथेरान गिरिस्तान की यात्रा करनी पड़ती थी। यहां तक ​​कि नेरल से माथेरान के बीच चलने वाली मिनी ट्रेन भी अब तक अनियमित थी। इसके अलावा, घोड़े और ऑटो रिक्शा की कीमतें कई लोगों के लिए सस्ती नहीं थीं, इसलिए अधिकांश पर्यटकों को दस्तूरी पॉइंट से माथेरान तक 3 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था। 

इन सबका असर माथेरान के पर्यटन पर पड़ रहा था। लेकिन बदलते समय के अनुसार बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए माथेरान गिरिस्थान में ई-रिक्शा चलाने की अनुमति देने की मांग उठ रही थी। इसके लिए माथेरान के सुनील शिंदे सुप्रीम कोर्ट गए और 12 साल तक इसका पीछा किया। आखिरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार माथेरान में ई-रिक्शा सेवा शुरू कर दी गई। शुरुआत में यह ई-रिक्शा तीन महीने तक ट्रायल बेसिस पर चलाया जाएगा। माथेरान गिरिस्थान नगर परिषद की मुख्याधिकारी सुरेखा भणगे ने बताया कि ई-रिक्शा सेवा को कितना प्रतिसाद मिलता है इसको देखने के बाद नगर पालिका द्वारा अगली नीति तय की जाएगी। 

ई-रिक्शा सेवा से माथेरान आने वाले पर्यटकों को बड़ी राहत मिलेगी 

बता दें की फिलहाल यह ई-रिक्शा माथेरान नगर परिषद के माध्यम से शुरु किया गया है और इसके लिए दस्तूरी पॉइंट से माथेरान मार्केट तक के 3 किमी के सफर के लिए 35 रुपए लिए जा रहे हैं। छात्रों के लिए यह दर मात्र 5 रुपए ही होगी। इस ई-रिक्शा सेवा से माथेरान आने वाले पर्यटकों को बड़ी राहत मिलेगी और भविष्य में माथेरान के पर्यटन को भी काफी बढ़ावा मिलेगा। इस ई-रिक्शा सेवा से स्थानीय निवासियों, वरिष्ठ नागरिकों, छात्रों को भी लाभ होगा।

Good news for tourists e rickshaw runs in matheran after 172 years

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Dec 06, 2022 | 07:30 PM

Topics:  

  • Tourism Development

सम्बंधित ख़बरें

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.