7 स्कूलों और 14 आंगनवाड़ियों का अनुदान बंद (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Gondia Education Issues: सालेकसा ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद सालेकसा और आमगांव खुर्द क्षेत्रों के कुल 7 प्राथमिक स्कूलों और 14 आंगनवाड़ियों को जिला परिषद की ओर से भौतिक सुविधाओं हेतु आवश्यक सामग्री और अनुदान मिलना बंद हो गया है। ग्राम पंचायत की सहायता बंद होने और नगर पंचायत से कोई मदद न मिलने के कारण इन शैक्षणिक संस्थानों की स्थिति और अधिक खराब हो गई है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि इन 21 स्कूलों और 14 आंगनवाड़ियों की जिम्मेदारी आखिर किसकी है?
सालेकसा नगर पंचायत क्षेत्र में शहर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों को भी शामिल किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को नगर पंचायत से अभी तक मूलभूत सुविधाएँ नहीं मिल पाई हैं। इस क्षेत्र में स्कूल और आंगनवाड़ियाँ तो मौजूद हैं, लेकिन वर्तमान में उनके विकास और रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नपं क्षेत्र में आने वाले इन सभी शैक्षणिक संस्थानों को न तो जिप (जिला परिषद) की ओर से और न ही पंचायत समिति की ओर से आवश्यक सुविधाएँ मिल रही हैं। जिम्मेदारी के इस विवाद में इन संस्थानों को मूलभूत संसाधनों से वंचित रहना पड़ रहा है।
इस संदर्भ में जब जिला परिषद और पंचायत समिति से जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि ये संस्थान नगर पंचायत क्षेत्र में आते हैं। वहीं नगर पंचायत प्रशासन का कहना है कि जिला परिषद ने इन स्कूलों और आंगनवाड़ियों को औपचारिक रूप से उनके हवाले नहीं किया है, इसलिए वे कोई कार्य नहीं कर पा रहे हैं।
इस प्रशासनिक टकराव का खामियाजा विद्यार्थियों को उठाना पड़ रहा है, जिन्हें बुनियादी शिक्षा सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है। नगर पंचायत प्रशासन द्वारा क्षेत्र के नागरिकों से शिक्षा कर सहित कई प्रकार के कर वसूले जा रहे हैं, लेकिन सुविधाएँ उपलब्ध नहीं कराई जा रहीं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि शिक्षा कर लिया किस बात का जा रहा है?
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