धान केंद्र (फाइल फोटो)
Paddy Payment Delay: गोंदिया जिला मार्केटिंग फेडरेशन को सरकारी धान की खरीदी शुरू हुए दो महीने बीत चुके हैं। इस दौरान फेडरेशन द्वारा पंजीकृत कुल 1 लाख 26 हजार 53 किसानों में से 50 हजार 629 किसानों ने 17 लाख 26 हजार 746 क्विंटल धान बेचा। बेचे गए धान की कुल कीमत 409 करोड़ 66 लाख रुपये है। लेकिन सरकार द्वारा पिछले दो महीनों से बकाया निधि नहीं देने से 409 करोड़ रुपये के बकाया अटकने से किसान आर्थिक परेशानी में हैं।
इस साल खुले बाजार में धान का भाव कम होने और सरकारी धान खरीदी केंद्र द्वारा 2369 रुपये का समर्थन मूल्य दिए जाने के कारण सरकारी धान खरीदी केंद्र पर धान बेचने वाले किसानों की संख्या ज्यादा है। जिले में किसान खरीफ और रबी दोनों सीजन में धान उगाते हैं। खरीफ में धान बेचकर और कर्ज चुकाकर वे रबी सीजन की तैयारी करते हैं।
इसलिए सरकारी धान खरीदी केंद्र पर धान की आवक बढ़ गई है। जिला मार्केटिंग फेडरेशन के 186 धान खरीद केंद्रों पर धान की खरीदी चल रही है। इन केंद्रों पर पंजीकृत कुल किसानों में से अब तक 50 हजार 629 किसानों ने 17 लाख 26 हजार 746 क्विंटल धान बेचा है।
– 409 करोड़ 66 लाख रुपये भुगतान बाकी
– 1.26 लाख किसानों ने कराया है पंजीयन
बेचे गए धान की कुल कीमत 409 करोड़ 66 लाख रुपये है। लेकिन, सरकार ने पिछले दो महीने से फेडरेशन को बकाया के लिए निधि नहीं दिया है, इसलिए पूरा 409 करोड़ 66 लाख रुपये बकाया हो गया है। इससे किसान परेशान हैं और किसान बकाया तुरंत देने की मांग कर रहे हैं।
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सरकारी धान खरीदी केंद्र पर धान बेचने के लिए बीम पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करना जरूरी है। सरकार ने दूसरी बार तिथि बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दी थी। लेकिन इस तिथि में एक दिन बाकी हैं, ऐसे में किसान इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि क्या सरकार पंजीकरण की तिथि फिर से बढ़ाएगी।
सरकार ने शुरू में जिला मार्केटिंग फेडरेशन को खरीफ सीजन के लिए 12 लाख 50 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया था। लेकिन यह लक्ष्य जल्द पूरा होने वाला था, इसलिए आठ दिन पहले 6 लाख क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य फिर से बढ़ा दिया गया। लेकिन यह लक्ष्य भी जल्दी पूरा होने की संभावना है। इसलिए किसानों को फिर से बढ़े हुए लक्ष्य का इंतजार करना होगा।