आलापल्ली. हाल ही में आलापल्ली वनविभाग अंतर्गत आनेवाले मौसम गांव के जंगल में बिजली के जिवित तार से बाघ का शिकार कर तथा उसका सिर, नाखुन काटने के मामले में अब तक वनविभाग ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. लेकिन रविवार को इस मामले से जुड़ा और एक आरोपी वनवभिाग के हत्थे चढ़ा है.
जिसे न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायालय ने 10 दिनों से वनहिरासत में रखने का आदेश दिया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम तेलंगाना राज्य के आसिफाबाद जिले के दिगड़ा गांव निवासी कांताराव ऊर्फ श्रीकांत जोगय्या पोरचेटी (25) है. जिससे अब आरोपियों की संख्या 4 पर पहुंच गयी है. इधर वनविभाग इस मामले में गंभीरता से जांच कर रहा है.
इस मामले में शुरूआत में वनविभाग ने 8 संदिग्धों को पुछताछ के लिये हिरासत में लिया था. जिनमेंं 3 आरोपियों ने बाघ का शिकार करने का अपराध कबुल किया. वहीं बाघ का सिर तेलंगाना राज्य में भिजवाने की जानकारी दी. इधर संबंधित आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर वनाधिकारियों ने दात और नाखुन व मुंछ जब्त किये थे. पहले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने की प्रक्रिया जारी थी. लेकिन इसी बीच राकेश गेड़ाम नामक आरोपी फरार हो गया था. जिसकी तलाश वनविभाग कर रहा है.
बाघ शिकार मामले का कनेक्शन तेलंगाना राज्य से जुड़ा होने की बात स्पष्ट होते ही आलापल्ली वनविभाग की तीन टीेमें तेलंगाना राज्य की ओर रवाना की गई है. वहीं टीमों के वनाधिकारी तेलंगाना राज्य में पहुंचर बाघ शिकार मामले की जांच कर रहे है. जिससे इस मामले में और भी आरोपियों की संख्या बढऩे की संभावना जताई जा रही है. इस मामले की वनविभाग गंभीरता से जांच कर रहा है.