
गड़चिरोली की विभिन्न समस्याओं पर करें तत्काल उपाययोजना। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
गड़चिरोली: अहेरी तहसील दुर्गम व आदिवासी बहुल है, जिससे यहां विकास को प्राथमिकता देना जरूरी है। यहां की समस्याओं पर प्रशासन तत्काल उपाययोजना करें, ऐसे निर्देश सांसद डा. नामदेव किरसान ने दिए। वहीं यहां की समस्याओं को लेकर संसद में आवाज उठाने की बात भी उन्होंने कही। अहेरी तहसील की विभिन्न समस्याओं को जानने के लिए अहेरी तहसील कार्यालय में जायजा बैठक आयोजित की गई थी।
बैठक में सरकारी योजना, अपूर्ण विकास कार्य, आदिवासी व पिछड़ा वर्ग क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं का अभाव तथा स्थानीय स्तर पर प्रशासकीय दिक्कत आदि पर जायजा लिया गया। बैठक में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राम्हणवाडे, पूर्व जिप अध्यक्ष अजय कंकडालवार, कांग्रेस के आदिवासी से जिलाध्यक्ष हनुमंत मडावी, अहेरी तहसील अध्यक्ष डा. निसार हकीम, अहेरी के तहसीलदार सूर्यवंशी, गुटविकास अधिकारी जुवारे, कांग्रेस के अनुसूचित जाति सेल के अध्यक्ष रजनीकांत मोटघरे, राहुल आईलवार समेत आदि उपस्थित थे।
बैठक में अहेरी परिसर में स्वास्थ्य सुविधा, सड़कों की दयनीय अवस्था, जलसंधारण प्रकल्प का अपूर्ण कार्य, बिजली वितरण कंपनी की कार्यप्रणाली, शैक्षणिक संस्था तथा खेती संबंधित समस्या पर विस्तृत जायजा लेकर नागरिकों की समस्याएं उजागर कर उनका निराकरण करने की सूचना दी गई। खासकर ग्रामीण अंचल के नागरिकों को सताने वाली पेयजल की समस्या, वनहक के प्रलंबित मामले तथा रोजगार गारंटी योजना की पारदर्शकता पर अधिक जोर दिया गया।
तो वहीं एक दूसरी समस्या के लिए अहेरी उपविभाग की महिलाओं को स्वतंत्र अस्पताल उपलब्ध हो और उन पर समय पर उपचार हो, इसलिए अहेरी के महिला व बाल अस्पताल का निर्माण कार्य किया जा रहा है। लेकिन काफी वर्ष की कालावधि बीत जाने के बाद भी अब तक उक्त अस्पताल शुरू नहीं किया गया है, जिसके कारण अहेरी उपविभाग की महिला मरीजों को विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे इस मामले की ओर गंभीरता से ध्यान देकर तत्काल अहेरी में महिला अस्पताल शुरू कर पदभर्ती करें, ऐसी मांग ग्रामीणों ने गड़चिरोली-चिमुर लोस क्षेत्र के सांसद डा. नामदेव किरसान को सौंपे ज्ञापन में की है।
ज्ञापन में कहा गया कि, अहेरी उपविभाग अंतर्गत अहेरी, एटापल्ली, मुलचेरा, भामरागड़ और सिरोंचा तहसीलों का समावेश है। इन तहसीलों के मरीज अहेरी के उपजिला अस्पताल में निर्भर हैं। लेकिन अहेरी के उपजिला अस्पताल में आवश्यक सेवा सुविधाओं का अभाव और डाक्टरों की कमी के चलते मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में भर्ती होने आने वाले गंभीर मरीजों को गड़चिरोली अथवा चंद्रपुर रेफर किया जाता है।
जिसके कारण मरीज और उनके परिजनों को मानसिक, शारीरिक और वित्तीय रूप से त्रस्त होना पड़ रहा है। विशेषत: प्रसूति के लिए आने वाली गर्भवती माताओं को गड़चिरोली भिजवाया जाता है। ऐसे में अहेरी में महिला व बाल अस्पताल शुरू होना बेहद जरूरी है। जिससे तत्काल अहेरी में महिला अस्पताल शुरू कर पदभर्ती करें, ऐसी मांग ज्ञापन में की गई है। सांसद डा. किरसान को ज्ञापन सौंपते समय श्रीनिवास विरगोनवार, अब्दुल शेख, अब्दुल रहमान शेख, अफसर खान, सुमित मोतकुरवार, संतोष येमुलवार आदि उपस्थित थे।






