गडचिरोली पुलिस और सीआरपीएफ के सामने महिला नक्सली ने किया सरेंडर
गडचिरोली: वर्ष 2005 से सरकार द्वारा घोषित आत्मसमर्पण योजना के तहत और हिंसा के जीवन से तंग आकर वरिष्ठ नक्सलियों समेत कई खुंखार नक्सलियों ने जिला पुलिस दल के सामने आत्मसमर्पण किया है। दुसरी ओर जिला पुलिस दल द्वारा आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए चलाए जाने वाले पुनर्वसन योजना के चलते अब तक करीब 671 नक्सलियों ने जिला पुलिस दल के सामने आत्मसमर्पण किया है।
इसी बीच शनिवार को 8 लाख की इनामी खुंखार महिला नक्सली ने जिला पुलिस दल और सीआरपीएफ के सामने आत्मसमर्पण किया है। विशेषत: 28 जुलाई से नक्सलियों का सप्ताह शुरू होने जा रहा है। ऐसे में नक्सल सप्ताह के पूर्व संध्या पर खुंखार महिला नक्सली द्वारा आत्मसमर्पण करने से नक्सल आंदोलन को बड़ा झटका लगने की बात कही जा रही है। आत्मसमर्पित महिला नक्सली का नाम नक्सलियों के ‘टेलर टीम’ की कमांडर भामरागड तहसील के बोटनफुंडी गांव निवासी रीना बोर्रा नरोटे ऊर्फ ललीता (36) है।
रीना नरोटे वर्ष 2006 में पेरमिली दलम में सदस्य के रूप में दाखिल हुई थी। वर्ष 2007-2008 में सिलाई, कपड़ा काटने और सिलाई मशीन चलाने का प्रशिक्षण लिया। वहीं वर्ष 2008-2014 तक टेलरींग टीम में सदस्य पद पर कार्यरत थी। वर्ष 2014 में टेलर टीम में कमांडर पद पर पदोन्नती होकर अब तक कार्यरत थी। उसका वर्ष 2020 में पेरमिली भट्टी जंगल में हुई मुठभेड और वर्ष 2019 में नैनवाडी जंगल में एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या में समावेश था।
महिला नक्सली रीना नरोटे को आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लाने की कार्रवाई विशेष पुलिस महानिरीक्षक (नक्सल विरोधी अभियान) संदिप पाटिल, गडचिरोली परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक अंकित गोयल, सीआरपीएफ के पुलिस उपमहानिरीक्षक (अभियान) अजय कुमार शर्मा, जिला पुलिस अधिक्षक नीलोत्पल, 9 बटालियन के कमांडट शंभु कुमार आदि के मार्गदर्शन में की गई।
प्रति वर्ष नक्सलियों द्वारा मारे गए साथियों के याद में 28 जुलाई से 3 अगस्त की कालावधि में शहीदी सप्ताह मनाया जाता है। वहीं इस कालावधि में स्मारक तैयार करने समेत बैनरबाजी की जाती है। इस वर्ष रविवार से नक्सलियों का शहीद सप्ताह आरंभ होने जा रहा है। इस कालावधि में नक्सलियों द्वारा हिंसक घटना को अंजाम देने की संभावना बनती रहती है।
नक्सलियों द्वारा 28 जुलाई से 3 अगस्त की कालावधि में मनाए जा रहे शहीदी सप्ताह के मद्देनजर जिला पुलिस दल अलर्ट हो गया है। वहीं सप्ताह के दौरान नक्सली किसी भी तरह की हिसंक घटना को अंजाम न सके, इसलिए जिले में नक्सल विरोधी अभियान तीव्र रूप से चलाया जा रहा है।