उपजिला अस्पताल में मरीजों को असुविधा (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Gadchiroli News: जिले के दक्षिण छोर पर बसे अहेरी उपविभाग के नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधा दिलाने के इरादे से महिला व बाल अस्पताल का निर्माण किया गया है। लेकिन अब तक अस्पताल का शुभारंभ नहीं किया गया है। पिछले कुछ दिनों से मौसम में बदलाव होने की वजह से 50 बेड की संख्या होने वाले अहेरी के उपजिला अस्पताल में 100 से अधिक मरीज उपचार ले रहे है। उपजिला अस्पताल में बेड की संख्या कम होने की वजह से अनेक मरीजों का इलाज फर्श और बरामदे में किया जा रहा है।
सरकार व जिला प्रशासन द्वारा निरंतर नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधा दिलाने की बात कही जाती है। लेकिन अहेरी के उपजिला अस्पताल में मरीजों को उपचार के लिए बेड उपलब्ध नहीं होने से अहेरी का महिला व बाल अस्पताल कब शुरू होगा, यह सवाल पूछकर रोष जताया जा रहा है। अहेरी के उपजिला अस्पताल में सफाई का अभाव है। वहीं अस्पताल में बेड की संख्या 50 है। लेकिन यहां पर 100 से अधिक मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अहेरी के उपजिला अस्पताल में भामरागड़, मुलचेरा, सिरोंचा, अहेरी व एटापल्ली तहसील के दुर्गम व अतिदुर्गम क्षेत्र में बसे नागरिक उपचार के लिए आते है।
अस्पताल में बिजली आपूर्ति किसी भी समय खंडित होती है। जिसके चलते अस्पताल के अधिकारियों द्वारा जनरेटर की व्यवस्था की गई है। लेकिन जनरेटर भी समय पर शुरू नहीं होता है। अतिदक्षता विभाग में डॉक्टरों के लिए एक इन्वर्टर है। लेकिन बिजली आपूर्ति खंडित होने पर उपचार के दौरान डॉक्टरों की भी समस्या का सामना करना पड़ता है। बिजली आपूर्ति खंडित होने पर अहेरी के उपजिला अस्पताल में किसी भी प्रकार के ऑपरेशन नहीं किए जाते है। इस अस्पताल का शौचालय अस्वच्छता में है। जिससे मरीजों को त्रासदी का सामना करना पड़ रहा है।
वर्तमान में अहेरी के उपजिला अस्पताल में सामान्य मरीजों की संख्या 30 से अधिक होकर गर्भवती महिलाओं की संख्या करीब 60 से ज्यादा है। वहीं 1 से 12 उम्र तक के मरीज बच्चों की संख्या 20 से अधिक है। करीब 100 से अधिक मरीजों पर उपचार किया जा रहा है। जिसकी वजह से अस्पताल के डॉक्टरों को फर्श और बरामदे में भी मरीजों का उपचार करने की नौबत आ पड़ी है। आम जनता को स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए तत्काल अहेरी का महिला व बाल अस्पताल शुरू करने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है। वहीं अहेरी के उपजिला अस्पताल में मरीजों को आवश्यक सुविधा पहुंचाये, अन्यथा तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी भी नागरिकों ने दी है।