हाथी व पटाखे (सोर्स: सोशल मीडिया)
Firecrackers For Elephants In Gadchiroli: गड़चिरोली जिले के विभिन्न गांवों में जंगली हाथियों का समूह विचरण कर रहा है। हाथियों द्वारा उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिसमें किसानों का भारी नुकसान हुआ है। वर्तमान में दिवाली पर्व शुरू होकर दिवाली उत्सव मनाने के लिए नागरिक पटाखों की खरीदी कर रहे है।
वहीं दूसरी ओर हाथी बाधित क्षेत्र के ग्रामीण दिवाली मनाने नहीं बल्कि जंगली हाथियों को भगाने के लिए पटाखों की खरीदी करने की जानकारी मिली है। वहीं ग्रामीणों ने जंगली हाथियों के दल को गांव में न घुसने के लिए यह जुगाड़ अपनाना शुरू कर दिया है।
पिछले कुछ दिनों से जंगली हाथियों का समूह पिछले कुछ दिनों से गड़चिरोली तहसील के विभिन्न गांवों के जंगल परिसर में विचरण कर रहा है। इस दौरान क्षेत्र की धान फसलों को भी जंगली हाथियों ने क्षति पहुंचा रहे है। जंगली हाथियों द्वारा निरंतर धान फसलों को नुकसान पहुंचाने के कारण किसानों का भारी नुकसान हो रहा है।
एक तरफ वनविभाग का पथक जंगली हाथियों पर नजर रखे हुए है। बाजवूद इसके फसलों का नुकसान थमने का नाम नहीं ले रहा है। वनविभाग जंगली हाथियों का बंदोबस्त करने में विफल होने के कारण किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
ऐसे में अब जंगली हाथी खेत परिसर में न पहुंच पाए, इसलिए ग्रामीण पटाखों की आतिशबाजी करने की जानकारी मिली लेकिन इस संदर्भ में वनविभाग के अधिकारी ने ऐसी किसी भी तरह की जानकारी हमारे पास नहीं होने की बात कही है।
पिछले तीन चार दिनों से जंगली हाथियों का समूह पोर्ला वनपरिक्षेत्र के गांव परिसर में विचरण कर रहा है। इस अवधि में चुरचुरा उपवनक्षेत्र के गोगांव, दिभना परिसर में बड़े पैमाने पर धान फसलों का नुकसान करने की जानकारी मिली है।
यह भी पढ़ें:- दिवाली गिफ्ट! फडणवीस सरकार ने 45 अफसरों को दी बड़ी सौगात, 22 का हुआ प्रमोशन
जिला मुख्यालय के दहलीज पर बसे गोगांव, अडपल्ली परिसर में जंगली हाथियों ने उत्पात मचाने की जानकारी मिली है। बताया जा रहा है कि जंगली हाथियों ने गोगांव निवासी गणपत कोटगले, मोहन फुलझले, पुंडलिक भाकरे, मुखरू पांडव आदि किसानों के खेतों में प्रवेश कर धान फसलों को क्षति पहुंचाई। इस घटना में संबंधित किसानों का भारी नुकसान हुआ है।
गड़चिरोली विभागीय वनाधिकारी गणेश पाटोले ने बताया कि जंगली हाथी गांव परिसर में न पहुंच पाए, इसलिए वनविभाग का पथक और हुल्ला टीम को तैनात किया गया है। जिसके माध्यम से हाथियों के हचलच पर नजर रखी जा रही है।
जंगली हाथियों को भगाने के लिए हुल्ला टीम आवश्यकता अनुसार पटाखे फोड़ सकते है। लेकिन ग्रामीणों द्वारा हाथियों को भगाने के लिए पटाखे फोड़ने की जानकारी फिलहाल हमारे पास नहीं है।