बाघ का हमला (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Tiger Attack Maharashtra: गड़चिरोली जिले के आरमोरी तहसील के देऊलगांव में लकड़ियां चुनने 2 महिलाओं पर बाघ ने हमला कर उसे मौत के घाट उतारा था। इस घटना को एक पखवाड़ी भी नहीं बीता की फिर से इसी परिसर के इंजेवारी गांव में एक महिला बाघ का शिकार बन गई। घटना मंगलवार को दोपहर 4 बजे के दौरान उजागर हुई है। मृतक महिला का नाम इंजेवारी निवासी कृंदा खुशाल मेश्राम (63) है।
जानकारी के अनुसार कृंदा मेश्राम सुबह 11 बजे के दौरान गांव समीपस्थ अपने खेत परिसर में घास काटने के लिए गई थी। खेत में घास काटते समय अचानक बाघ ने हमला किया। और उसे घसीटते हुए समीपस्थ एक तालाब के बांध पर ले गया था। इस दौरान उसका पोता किशन मेश्राम करीब 4 बजे के दौरान उसे लाने के लिए खेत में गया। लेकिन उसे खेत परिसर में दादी नहीं दिखाई दी।
बाद में वह घर लौटकर अपने माता-पिता को बताया। इसके बाद कुछ लोगों को लेकर खेत परिसर में जाने पर आस-पास खोजबीन करने पर खेती समीप होने वाले खेत में तालाब के पास शव दिखाई दिया। घटना की जानकारी वनविभाग को दी गई। वनाधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले का पंचनामा किया। वहीं आगे की कार्रवाई शुरू की है।
आरमोरी तहसील के देऊलगांव बुट्टी में जंगल में लकड़ियां लाने के लिए गई 2 वृद्ध महिलाओं को बाघ ने हमला कर उन्हें मौत के घाट उतारने की घटना 19 नवंबर को उजागर हुई थी। इसमें मृतक देऊलगांव निवासी अनुसया जिदंर वाघ करीब 12 नवंबर से लापता थी। वहीं मुक्ताबाई नेवारे 19 नवंबर को ही गांव से आधे किमी दूरी पर जंगल परिसर में लकड़ियां लाने के लिए गई थी। दोनों महिलाएं बाघ का शिकार बनी थी।
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दोनों शव पास में ही मिले थे। जिससे इस परिसर में बाघ की दहशत फैली हुई थी। ऐसे में मंगलवार को देऊलगांव से महज 2 किमी दूरी पर स्थित इंजेवारी गांव समीपस्थ खेत परिसर में एक महिला पर बाघ ने हमला कर उसकी जान ले ली। इससे परिसर में बाघ की व्यापक दहशत निर्माण हुई है। इस दौरान वनविभाग ने सतर्कता बरतने की चेतावनी दी है।
आरमोरी तहसील के देऊलगांव के बाद ही अब इंजेवारी परिसर में महिला पर हमला कर उसे मौत के घाट उतारा है। जिससे इस परिसर में बाघ की दहशत निर्माण हुई है। इन दिनों खेतों में धान कुटाई के कार्य शुरू है। वहीं रबी सीजन की मशागत का कार्य भी शुरू किया गया है।
ऐसे में बाघ की दहशत निर्माण होने से किसान खेतों में जाने से कतरा रहे है। बीती घटना के बाद भी अब तक वनविभाग ने बाघ का बंदोबस्त नहीं किया है। जिससे परिसर के नागरिकों में रोष है। जिससे बाघ का बंदोबस्त करने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है।