बाघ के बंदोबस्त के लिए 2 दिन का अल्टीमेटम (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Deulgaon News: आरमोरी तहसील के देऊलगांव और इंजेवारी परिसर में पिछले एक माह से आदमखोर बाघ का आतंक फैला हुआ है। इसी दौरान बाघ के हमलों में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें देऊलगांव की दो महिलाएँ भी शामिल हैं। इस कारण ग्रामीण लगातार दहशत के माहौल में रह रहे हैं।
लगातार हो रही घटनाओं ने लोगों का जनजीवन प्रभावित कर दिया है। विशेष रूप से महिलाओं के लिए खेतों में काम करना अब जोखिम भरा हो गया है। इन हालातों को देखते हुए आरमोरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामदास मसराम ने इंजेवारी गांव में ग्रामीणों की बैठक ली और वन विभाग की निष्क्रियता पर नाराजगी जताई।
उन्होंने वन विभाग को 6 दिसंबर तक बाघ को पकड़ने का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो देऊलगांव में उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान पूर्व सांसद अशोक नेते, मिलिंद खोब्रागडे, दिलीप घोडाम, वडसा वन विभाग के उपविभागीय अधिकारी सूर्यवंशी, कवड्डु सहारे, अमोल मारकवार, बंडु खोडवे, सरपंच अल्का कुकडकार सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
बाघ की दहशत के कारण कई किसानों ने खेतों में काम करना बंद कर दिया है, जिससे मजदूरों के सामने जीविकोपार्जन की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। ग्रामीणों ने बैठक में वन विभाग के कामकाज को लेकर तीखा आक्रोश जताया।
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विधायक मसराम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि
• जंगल में पिंजरे लगाने की प्रक्रिया तेज की जाए
• गश्त बढ़ाने के साथ ड्रोन द्वारा निगरानी की जाए
• गांव-गांव में जनजागरुकता अभियान चलाया जाए
इसके अलावा, बाघ के हमले में मृत या घायल व्यक्तियों के परिजनों को तत्काल मुआवजा देने की बात भी कही गई। बैठक के बाद उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना व्यक्त की।