करना पड़ेगा मंत्रिमंडल में बदलाव? (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Maharashtra News: कथित विवादास्पद वीडियो और विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों ने राज्य की महागठबंधन सरकार के कुछ मंत्रियों को मुश्किल में डाल दिया है और अब मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चा चल रही है। हालांकि यह तय नहीं है कि संबंधित मंत्रियों को वास्तव में बर्खास्त किया जाएगा या नहीं, लेकिन इससे मंत्री पद के इच्छुक अन्य लोगों की उम्मीदें ज़रूर बढ़ गई हैं। समझा जाता है कि सत्तारूढ़ दल के इच्छुक विधायकों ने भी अपने-अपने तरीके से मोर्चा बनाना शुरू कर दिया है।
राज्य में महायुति सरकार को बने अभी छह-सात महीने भी नहीं हुए हैं, लेकिन लगभग तीन-चार मंत्री विवादों में घिर गए हैं। विधानसभा सत्र चल ही रहा था कि शिवसेना के सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट का उनके ही बेडरूम का एक वीडियो सामने आया। इस वीडियो में उनके साथ पैसों से भरा बैग नज़र आने का दावा किया गया। संजय शिरसाट ने खुद बताया कि उन्हें आयकर विभाग से नोटिस मिला है।
इसके बाद, सत्र समाप्त होने के बाद, उभय पक्ष ने गृह राज्य मंत्री योगेश कदम पर अपनी मां के एक बार पर छापा मारने और वहां बारबालाओं का अश्लील नृत्य करने का आरोप लगाया। विधान परिषद के सत्र के दौरान कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का फ़ोन पर रमी खेलते हुए एक वीडियो सामने आया। दूसरी ओर, उभाठा पार्टी ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन की हनी ट्रैप मामले की एक आरोपी के साथ एक तस्वीर वायरल की है।
विपक्ष के इन आरोपों से यह कयास लगाया जा रहा है कि स्थानीय निकाय चुनावों में सरकार को झटका लग सकता है। इसलिए, यह भी चर्चा है कि मुख्यमंत्री फडणवीस इन अक्षम, विवादास्पद मंत्रियों में से कुछ को घर का रास्ता दिखा सकते हैं। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि ये घटनाक्रम स्थानीय निकाय चुनावों से पहले ही होने की संभावना है। समझा जाता है कि विधायकों ने अपना नाम चुनावी मैदान में उतारने के लिए मोर्चा बनाना शुरू कर दिया है।
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राज्य में विपक्ष लगातार हनी ट्रैप का ज़िक्र कर रहा है और इस पर बोलते हुए अजित पवार ने कहा, ‘जिस किसी के पास भी हनी ट्रैप से जुड़ी कोई पेन ड्राइव, वीडियो या जानकारी हो, उसे सरकार को देनी चाहिए। इससे नागरिकों के मन में नेताओं और अधिकारियों के प्रति संदेह पैदा होता है। अगर किसी के पास वाकई सबूत हैं, तो उन्हें देना चाहिए।’
‘माणिकराव कोकाटे ने पहले भी एक-दो बार आपत्तिजनक बयान दिए थे। उस समय मैंने उनसे बात की थी और कहा था कि उन्होंने नुकसान तो कर दिया, बीज बो दिए हैं, अब मुसीबत का समय मत आने दो। अब वे विधानमंडल में मोबाइल पर गेम खेलते नज़र आए हैं। मैं सोमवार या मंगलवार को उनसे मिलकर उनकी बातें सुनूंगा, जिसके बाद मुख्यमंत्री से चर्चा करके उनके बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा।’ उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने गुरुवार को कृषि मंत्री के खिलाफ कार्रवाई के संकेत देते हुए कहा।