उपमुख्यमंत्री अजित पवार (फोटो सोर्स-सोशल मीडिया)
Big Announcement Of Ajit Pawar: उपमुख्यमंत्री अजित पवार पुणे शहर के लोगों की यातायात समस्या को अच्छी तरह समझते हैं। लोगों की इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए उन्होंने घोषणा की है कि, चाकण क्षेत्र में एक महानगरपालिका, हिंजवडी क्षेत्र में एक महानगरपालिका और मांजरी, फुरसुंगी तथा उरली देवाची जैसे इलाकों के लिए एक नई महानगरपालिका बनाई जाएगी।
यह घोषणा अजित पवार ने शुक्रवार सुबह चाकण औद्योगिक क्षेत्र में पुणे-नासिक और तलेगांव-शिक्रापुर महामार्गों पर हो रही भीषण यातायात जाम की समस्या को हल करने के लिए आयोजित समीक्षा बैठक के बाद की।
उन्होंने बैठक के दौरान कहा कि, पुणे शहर की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम है। हिंजवडी और चाकण जैसे क्षेत्र आईटी और ऑटो हब बन चुके हैं, जहां अनाधिकृत निर्माण कार्य और अव्यवस्थित ट्रैफिक ने शहर के हालात बिगाड़ कर रख दिए हैं। उन्होंने समस्या के बारे में बैठक में स्पष्ट रूप से अधिकारियों से बातचीत की। इन क्षेत्रों की ग्रामपंचायतें इतनी सक्षम नहीं हैं कि, वे यातायात की इन समस्याओं से निपट सकें, इसीलिए यहां नई महानगरपालिकाएं बनाई जाएंगी।
अजित पवार के साथ आज अधिकारियों की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में उन्होंने पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका, पीएमआरडीए और महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के अधिकारियों के साथ बीतचीत की। बैठक में अजित ने अनधिकृत निर्माणों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश अधिकारियों को दिया। और इशारा किया कि चाकण में जल्द ही एक स्वतंत्र महानगरपालिका बनाई जाएगी, जिससे क्षेत्र के विकास बहुत तेजी आएगी।
चाकण को निकट भविष्य में स्वतंत्र महानगरपालिका का दर्जा दिया जाएगा। इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री ने संकेत दिया कि पुणे जिले में कुल तीन नई महानगरपालिकाएं बनाई जाएंगी। चाकण चौक और आसपास के इलाके में गंभीर ट्रैफिक जाम की स्थिति का निरीक्षण करते हुए पवार ने यह बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “बारामती की तुलना चाकण से न करें”। समय रहते कुछ सही फैसले लेने पड़ते हैं।
यह भी पढ़ें: नागपुर में बनेंगे 4 नए पुलिस स्टेशन, हिंगना-हुड़केश्वर-कलमना और यशोधरानगर का होगा विभाजन
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने महानगरपालिका बनने से अंतरराष्ट्रीय निधि में इजाफे की बात कही है। उन्होंने कहा कि महानगरपालिका बनने से अतिरिक्त सरकारी और अंतरराष्ट्रीय निधि मिल सकेगी, जिससे सड़कों, अंडरग्राउंड ड्रेनेज और अन्य बुनियादी ढांचों का विकास संभव होगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पहले ठाणे अकेली महानगरपालिका थी, बाद में मुंबई महानगरपालिका का गठन हुआ और विकास कार्यों में तेजी आई। पवार ने दोहराया कि समय के साथ बदलते हालातों के मुताबिक निर्णय लेना बहुत जरूरी होता है।