(फोटो सोर्स सोशल मीडिया)
तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली : भाजपा नीत गठबंधन महायुति की महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हुई। खासतौर से बीजेपी के लिए यह ऐतिहासिक चुनाव सिद्ध हुआ जिसमें बीजेपी के उम्मीदवारों को 132 सीटों पर ही जीत मिली है। वहीं दूसरी और विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी के दलों की शर्मनाक हार हुई। चुनाव नतीजों के एक दिन बाद कांग्रेस ने कहा है कि वह और महा विकास आघाडी (एमवीए) के अन्य सहयोगी दल इन चुनावों में अपनी चौंकाने वाली हार के कारणों का पता लगाने के लिए मिलकर आत्मचिंतन करेंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करते हुए 288 सदस्यीय विधानसभा की 230 सीट पर जीत दर्ज की है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नीत महा विकास आघाडी (एमवीए) महज 46 सीट पर सिमटकर रह गई।
शर्मनाक हार को लेकर सदमे में MVA
इस शर्मनाक हार को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले और अविश्वसनीय हैं। एक टीवी चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमें समझ में नहीं आ रहा कि क्या हुआ। यह सिर्फ कांग्रेस पार्टी की हार नहीं है, बल्कि पूरे महा विकास आघाडी की हार है। पहले हमें यह स्पष्ट रूप से समझ लेने दीजिए कि हुआ क्या है।” वेणुगोपाल ने आगे कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा में हार के बाद वह पूरी चुनाव प्रक्रिया को लेकर हैरान हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों में किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका है, तो उन्होंने कहा कि वे हार के तुरंत बाद ऐसा कोई आरोप नहीं लगा रहे। उन्होंने कहा, शरद पवार, उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के गढ़ों में हमें बड़ा झटका लगा है। यह सिर्फ कांग्रेस पार्टी की नहीं, बल्कि पूरे गठबंधन की विफलता है इसलिए हम साथ बैठकर इसके कारणों का सामूहिक रूप से आत्मनिरीक्षण करेंगे।” शनिवार को मतगणना पूरी होने के बाद निर्वाचन आयोग ने घोषणा की कि भाजपा ने 132 सीट, शिवसेना ने 57 और राकांपा ने 41 सीट जीती हैं। वहीं, एमवीए में, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के उम्मीदवारों ने 10 सीट, कांग्रेस ने 16 और शिवसेना (UBT) ने 20 सीट जीती हैं।
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वायनाड लोकसभा सीट पर प्रियंका गांधी वाड्रा की शानदार जीत को लेकर AICC महासचिव ने कहा कि यह पूरी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के सामूहिक प्रयास का नतीजा है। उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी को वायनाड में इस भारी जनादेश की उम्मीद थी। पार्टी के आंतरिक आकलन के बाद हमें यकीन था कि कम मतदान प्रतिशत प्रियंका के लिए जनादेश को प्रभावित नहीं करेगा।” वेणुगोपाल ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रियंका लोकसभा में वायनाड भूस्खलन त्रासदी और उसके बाद के मुद्दों को उठाएंगी।
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विपक्ष ने दावा किया था कि प्रियंका वायनाड के अधिक दौरे नहीं करेंगी। इस बारे में वेणुगोपाल ने कहा कि प्रियंका अपने कार्यों के माध्यम से विपक्ष को गलत साबित करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रियंका वायनाड की सांसद होने के साथ-साथ उत्तर भारत की राजनीति में भी अपना हस्तक्षेप जारी रखेंगी। बता दें कि प्रियंका ने शनिवार को केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के सत्यन मोकेरी को 4.1 लाख से अधिक मतों के अंतर से हराकर अपनी पहली चुनावी जीत दर्ज की।
(एजेंसी इनपुट के साथ)