(फोटो सोर्स सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के जल संकट को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर सत्तारूढ़ की महायुति सरकार पर निशाना साधा है। चुनाव प्रचार थमने के एक दिन बाद कांग्रेस ने मंगलवार को आरोप लगाते हुए कहा कि मराठवाड़ा क्षेत्र का जल संकट महायुति की विफलता का स्पष्ट उदाहरण है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि नौकरशाही की देरी और भाजपा नेतृत्व की प्राथमिकताओं में बदलाव ने इस जल संकट को हल करने के बजाय और गंभीर बना दिया है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘‘2019 में महत्वाकांक्षी मराठवाड़ा जल ग्रिड परियोजना शुरू किए जाने के बावजूद, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार इसका समयबद्ध कार्यान्वयन सुनिश्चित करने में विफल रही है। साल 2022 में खरीद-फरोख्त के माध्यम से सत्ता में लौटने पर महायुति ने जल ग्रिड को पुनर्जीवित करना शुरू किया, लेकिन इसका कार्यान्वयन बहुत धीमा है। मराठवाड़ा में पानी की कमी से जूझने वाले क्षेत्रों को अब तक कोई बड़ी राहत नहीं दी गई है।”
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उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मराठवाड़ा का जल संकट भाजपा और महायुति की अपर्याप्त योजना और स्थायी समाधान प्रदान करने में उनकी विफलता का स्पष्ट उदाहरण है। बता दें कि कांग्रेस मराठवाड़ा क्षेत्र के जल संकट को लेकर कई बार महायुति पर आरोप लगा चुकी। सत्तारूढ़ महायुति में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं। हाल ही में कांग्रेस नेता ने मराठवाड़ा में जल संकट के मुद्दे समेत दो अन्य मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी घेरा था और सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए उनसे तीन सवाल पूछे थे। उन्होंने यह आरोप ऐसे समय में दोहराया है जबकि कल यानी बुधवार 20 नवंबर को राज्य की 288 विधानसभा सीटों मतदान होना है। मतदान के बाद मतगणना 23 नवंबर हो होगी जिसके बाद राज्य को अपनी नई सरकार मिल जाएगी।
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(एजेंसी इनपुट के साथ)