महाराष्ट्र में में भड़का आंदोलन (सोर्स:-सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र में शुक्रवार को अचानक राज्य के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक तनाव फैल गया। बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ चल रही हिंसा के विरोध में नाशिक में निकला मोर्चा जहां हिसंक हो गया वहीं मराठवाड़ा में महंत रामगिरी द्वारा मोहम्मद पैगंबर के खिलाफ दिये गये बयान से मुस्लिम समुदाय में रोष फैल गया। मराठवाड़ा के कई हिस्सों में तनाव से निपटने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। नाशिक सहित उत्तर महाराष्ट्र में भी कई स्थानों पर तनाव फैला हुआ है।
विरोध जुलूस का आयोजन विभिन्न संगठनों के संयुक्त संगठन ‘सकल हिंदू समाज’ द्वारा किया गया था। इसके ही मद्देनजर सकल हिंदू समाज ने शुक्रवार को नाशिक में बंद का आह्वान किया था। सकल हिंदू समाज के कार्यकर्ताओं ने मोर्चा निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। मोर्चे के कारण कुछ समय के लिए तनाव की स्थिति बनी रही। इस दौरान कुछ नागरिकों ने दूकानें बंद करने से इनकार कर दिया, जिसके कारण 2 गुटों के बीच विवाद हो गया। नाशिक 1 रोड परिसर के कई इलाकों में दूकानें बंद रहीं। कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों के साथ व्यापारियों की नोकझोंक भी हुई। इस बीच पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की।
सकल हिंदू समाज द्वारा नासिक जिले में भी इसी तरह का विरोध जुलूस आयोजित किया गया और कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई। एक अधिकारी ने बताया कि नासिक में हिंदू संगठन की बाइक रैली के दौरान दो समूहों के बीच झड़प के बाद पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया। भद्रकाली क्षेत्र में कुछ दुकानें खुली पाए जाने के बाद शुरू हुयी झड़प में पथराव किया गया और कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया। पुराने नासिक इलाके में अभी भी तनाव है, लेकिन स्थिति अब नियंत्रण में है।
सकल हिंदू समाज द्वारा नासिक जिले में भी इसी तरह का विरोध जुलूस आयोजित किया गया और कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई। एक अधिकारी ने बताया कि नासिक में हिंदू संगठन की बाइक रैली के दौरान दो समूहों के बीच झड़प के बाद पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया। भद्रकाली क्षेत्र में कुछ दुकानें खुली पाए जाने के बाद शुरू हुयी झड़प में पथराव किया गया और कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया। पुराने नासिक इलाके में अभी भी तनाव है, लेकिन स्थिति अब नियंत्रण में है।
उधर, पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने 2 जिलों में महंत रामगिरी के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए। पुलिस ने नाशिक के येवला और छत्रपति संभाजीनगर जिले के वैजापुर में रामगिरी के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं। पुलिस ने बताया कि वैजापुर में एक स्थानीय व्यक्ति की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता ने कहा कि उनके शब्दों से मुसलमानों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और दोनों समुदायों के बीच दरार पैदा हुई है।
अधिकारी ने बताया कि उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव शहर में शुक्रवार को उस समय तनाव पैदा हो गया जब बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ एक हिंदू संगठन द्वारा निकाले गए विरोध जुलूस के दौरान एक वाहन शोरूम पर कुछ पत्थर फेंके गए। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘यह घटना जलगांव शहर में आज सुबह सकल हिंदू समाज द्वारा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा के विरोध में निकाले गए जुलूस के दौरान हुई। कुछ अज्ञात लोगों ने एक दोपहिया वाहन शोरूम पर कुछ पत्थर फेंके।”
उन्होंने बताया कि इस घटना में शोरूम का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘सकल हिंदू समाज के सैकड़ों समर्थकों ने विरोध जुलूस में हिस्सा लिया और बाद में प्रदर्शनकारी जिलाधिकारी कार्यालय गए तथा अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।” उन्होंने बताया कि घटना के कारण कुछ समय के लिए तनाव पैदा हो गया, लेकिन स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप के बाद स्थिति नियंत्रण में आ गई।
राज्य मंत्री गिरीश महाजन ने कहा, “जब रैली चल रही थी तब कुछ दुकानें खुली थीं। इससे मौखिक विवाद हुआ। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। मैंने पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी से बात की है और स्थिति नियंत्रण में है।” शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा में वृद्धि देखी गई है। ‘बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस’ नामक एक गैर-राजनीतिक हिंदू धार्मिक संगठन ने दावा किया है कि अल्पसंख्यक समुदाय को पांच अगस्त से 48 जिलों में 278 स्थानों पर हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)