चंद्रपुर में माता महाकाली महोत्सव के दौरान पालकी की पूजा करते भक्त (फोटो नवभारत)
Chandrapur Mata Mahakali Mahotsav: दुष्ट प्रवृत्तियां तथा दुष्टों का विनाश कर सुख, शांति व समृध्दि प्रदान करनेवाली मां दुर्गा की आराधना का पर्व नवरात्रोत्सव सोमवार से शुरू हो गया। सोमवार की सुबह शहर के सभी देवी मंदिरों में श्रद्धाभाव के साथ मातारानी के घट की स्थापना की गई।
चंद्रपुर शहर में नवरात्र पर्व बडे ही श्रध्दाभाव, पूजा अर्चना तथा भजन के साथ मनाया जा रहा है। इस दौरान संपुर्ण शहर में उल्हास का वातावरण है। साथ ही सार्वजनिक मंडलों में देवी शारदा व मां दुर्गा की मूर्तियों को स्थापित किया गया है। सोमवार को देर रात सार्वजनिक मंडलों में देवी मूर्तियों की स्थापना की गई। साथ ही डांडिया उत्सव आयोजकों द्वारा डांडिया ग्राऊंड को तैयार किया गया है जिसमें युवक युवतियां उत्साह से सहभाग लेते नजर आएंगे।
नवरात्रोत्सव के अवसर पर चंद्रपुर में माता महाकाली महोत्सव का शानदार शुभारंभ हुआ है। इस अवसर पर विधायक किशोर जोरगेवार ने महाकाली मंदिर के समक्ष 51 फुट ऊंचा महाकाली महोत्सव ध्वज फहराया। इसके बाद, माता की रजत प्रतिमा की शोभायात्रा निकाली गयी।
यह शोभायात्रा माता महाकाली महोत्सव के न्यासी राजू शास्त्रकार के निवास पर ले जाया गया। इस अवसर पर विधायक कीर्तिकुमार भांगड़िया साथ ही माता महाकाली ट्रस्ट के पदाधिकारी भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
शहर में माता महाकाली मंदिर परिसर में सोमवार से शुरू हुए इस महोत्सव के अवसर पर, मंदिर परिसर में आकर्षक रोशनी की गई है और पूरे परिसर को सजाया गया है। इस पांच दिवसीय महोत्सव में विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इसमें स्थानीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। साथ ही, इस महोत्सव में एक चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है।
यह भी पढ़ें:- सस्ती चीजों के लिए करना होगा इंतजार, GST 2.0 लागू, फिर भी पुराने दामों पर माल बेच रहे दुकानदार
इस बीच, महाकाली मंदिर के समक्ष 51 फुट ऊंचा ध्वज तैयार किया गया है। गौरतलब है कि हर साल चैत्र माह में आयोजित होने वाली यात्रा के दौरान और महाकाली महोत्सव शुरू होने से पहले यहां विधिवत पूजा अर्चना के बाद ध्वजारोहण किया जाता है।
नवरात्रोत्सव के चलते शहर के माता मंदिर महाकाली मंदिर, तुलजाभवानी, एकविरा मंदिर, संतोषी माता मंदिर, दुर्गा मंदिर, काली मंदिर को रोशनी से सजाया गया है। मंदिर परिसरों में दर्शन हेतु उमड़नेवाली भीड़ को देखते हुए मंदिर की ओर से हैलोजन लाईट्स व फैन की व्यवस्था की गई है।
महानगर की आराध्या माता महाकाली मंदिर एवं अन्य माता मंदिरों में सुबह 6 से 8 बजे के दौरान महाकाली देवी का स्नान, श्रृंगार, भोग लगाया गया। मंदिर प्रबंधक महाकाले परिवार द्वारा माता महाकाली की पूजा की गई। शंखनाद व महाआरती की गई। तत्पश्चात मंदिर के द्वार नागरिकों के लिए दर्शन हेतु खोले गए। दूसरी ओर द्वार खुलते ही माता के चरणों में भक्तों ने शीष नवाया।