ट्रेन की चपेट में आकर बाघ व अन्य वन्यजीवों की मौत (सोर्स: सोशल मीडिया)
Chandrapur Wildlife Deaths News: चंद्रपुर बल्लारशाह-गोंदिया रेलवे के जंगल इलाके में सेक्शन नंबर 413 में चंद्रपुर की तरफ आ रही पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आकर एक मादा सांभर की मौत हो गई, जबकि सड़क हादसे में भद्रावती हाईवे पर पेट्रोल पंप के पास एक नर चीतल को किसी अनजान गाड़ी ने टक्कर मार दी और वरोरा में आनंदवन चौका के पास हाईवे पर एक सालींदर की मौत हो गई।
ये तीनों जंगली जानवरों की मौतें एक ही दिन हुई। बल्लारशाह-गोंदिया रेलवे लाइन जंगली जानवरों के लिए मौत का जाल बन गई है। हैबिटेट कंजर्वेशन सोसायटी के अध्यक्ष दिनेश खाटे ने बताया कि इस लाइन पर अब तक ट्रेन हादसों में 16 जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है।
| जानवर का प्रकार | संख्या |
|---|---|
| बाघ | 2 |
| तेंदुआ | 1 |
| भालू | 3 |
| जंगली सूअर | 1 |
| सांभर | 6 |
| चीतल | 1 |
| हुमा घुबल | 1 |
| बंदर | 1 |
| (अतिरिक्त) बाघ – राजुरा के पास | 1 |
बदकिस्मती से, जिले में ट्रेन हादसों में 17 जंगली जानवरों की जान चली गई है।
भारतीय रेलवे वन्यजीव की मौत को रोकने के लिए लाइन पर गैर-कानूनी तरीके से फेंसिंग कर रही है, जबकि अंडरपास, नॉइज बैरियर, लाइट बैरियर, रबर वाले मैट, इलेक्ट्रोमैट और इंटूजन डिटेक्शन सिस्टम जैसे दूसरे उपायों को अब तक नजरअंदाज किया गया है, जिससे वन्यजीव का नुकसान हो रहा है।
यह भी पढ़ें:-किसानों के खातों में 93.76 करोड़ रुपए जमा,अतिवृष्टि से फसलों को हुए नुकसान की सरकार ने की भरपाई
उम्मीद है कि रेल मंत्रालय की इन सिफारिशों को जल्द ही लागू किया जाएगा। इस अवसर पर हैबिटेट कंजर्वेशन सोसाइटी के दिनेश खाटे, नाजिश अली, अमित देशमुख, अभिषेक गजभे, यश सोनुले, अंकित बाकड़े, वनविकास महामंडल के वन परिक्षेत्र के सोनलकर, वनरक्षक स्वामी और वन कामगार मौजूद थे।