
क्लोरीन गैस रिसाव प्रकरण की जांच करे प्रदूषण नियंत्रण विभाग
Chandrapur News: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने चंद्रपुर में हुई क्लोरीन गैस रिसाव की घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। 28 अक्टूबर को पार्टी के शहर अध्यक्ष अजहर शेख के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल (एमपीसीबी) के क्षेत्रीय अधिकारी से मुलाकात कर इस मामले में एफआईआर दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
अजहर शेख ने बताया कि 17 सितंबर 2025 को चंद्रपुर के रहमत नगर स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से क्लोरीन गैस का गंभीर रिसाव हुआ था। इस गैस का प्रभाव इतना तीव्र था कि आसपास के इलाकों के अनेक बच्चे, वयस्क और वृद्ध इसकी चपेट में आ गए। कई लोगों को त्वचा और आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी, और कुछ को फेफड़ों से संबंधित गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ा। बताया गया कि एक व्यक्ति लकवाग्रस्त हो गया, जबकि कई अन्य अब भी श्वसन संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं।
शेख ने आरोप लगाया कि घटना के एक महीने से अधिक बीत जाने के बावजूद किसी भी अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई और न ही कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई है। पीड़ितों और आम नागरिकों को अब तक यह जानकारी भी नहीं दी गई कि इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार एसटीपी और सीएसटीपीएस के अधिकारी या कर्मचारी कौन थे।उन्होंने कहा, “एसटीपी प्रबंधन की जिम्मेदारी थी कि इतनी खतरनाक गैस का भंडारण इस तरह किया जाए कि उससे न तो मानव जीवन को और न ही पर्यावरण को कोई नुकसान पहुंचे। लेकिन गैस का रिसाव यह साबित करता है कि पर्यावरणीय मानकों और सुरक्षा प्रोटोकॉल की पूरी तरह अनदेखी की गई।”
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शेख ने आगे आरोप लगाया कि इस लापरवाही के बावजूद अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहे हैं न तो उन्होंने जनता को सही जानकारी दी, न ही प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने की दिशा में कोई कदम उठाया। उन्होंने कहा कि “भोपाल गैस त्रासदी” और “ओलियम गैस रिसाव” की तरह इस घटना की भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को सामने लाया जा सके। उनका आरोप है कि जिला प्रशासन भी इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को बचाने का प्रयास कर रहा है।
एआईएमआईएम नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो चंद्रपुर के नागरिक सीएसटीपीएस, एसटीपी, जिला कलेक्ट्रेट और एमपीसीबी क्षेत्रीय कार्यालय के विरुद्ध जन आंदोलन और कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होंगे। निवेदन सौंपते समय अमान अहमद (जिला अध्यक्ष), आवेज कुरैशी, हनीफ शेख, मौलाना साजिद अशरफी, आरिफ खाकू, और मजहर बेग सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।






