विधायक सुरेश धस, मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले व मंत्री धनंजय मुंडे (डिजाइन फोटो)
मुंबई: रायगड के पालकमंत्री और मसाजोग के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले की वजह से बीजेपी, शिवसेना एवं एनसीपी के गठबंधन वाली महायुति सरकार में घमासान मचा हुआ है। इन दोनों प्रकरणों के कारण महायुति के तीन प्रमुख घटक दलों के नेता एक दूसरे पर तीखा कटाक्ष कर रहे हैं।
खासकर संतोष देशमुख हत्याकांड में एनसीपी के मंत्री धनंजय मुंडे के खिलाफ बीजेपी विधायक सुरेश धस के ताल ठोंकने से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्ववाली महायुति सरकार की किरकिरी हो रही है और विपक्ष को सरकार पर कटाक्ष का मौका मिल रहा है। ऐसा बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को अब लगने लगा है। बीजेपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने धस और धनंजय को साथ में बैठा कर समझौता कराने की बात कही है।
बीड जिले के कैज तालुका अंतर्गत मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की 9 दिसबंर को अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। मेडिकल रिपोर्ट में अनुमान व्यक्त किया गया है कि मौत से पहले देशमुख को बेरहमी से पीटा गया था। हत्यारों ने कंटीले तारों से लिपटे लोहे के पाइप से पीट-पीट करे उन्हें दर्दनाक मौत दी थी।
इस मामले में पीड़ित देशमुख परिवार को न्याय दिलाने के लिए बीजेपी विधायक सुरेश धस मैदान में डट गए हैं। उन्होंने अजित पवार की एनसीपी के मंत्री धनंजय मुंडे के विशेष सहयोगी वाल्मिक कराड पर देशमुख की बेरहमी से हत्या करने का आरोप लगाया है तथा मंत्री मुंडे पर कराड को बचाने का आरोप लगा रहे हैं।
पुलिस, कराड़ और धनंजय मुंडे पर धस के हमलों की वजह से इस मामले ने तूल पकड़ लिया। सामाजिक कार्यकर्ता अंजली दमानिया, मराठा आंदोलनकारी मनोज जरांगे पाटिल तथा विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी (MVA) के कई नेता इस विवाद में कूदकर महायुति सरकार को निशाना बना रहे है।
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इस पर रोक लगाने के लिए महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले अब आगे आए हैं। उन्होंने अमरावती में कहा कि भले ही धस पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन इस वजह से पार्टी और महायुति की बदनामी भी हो रही हैं। इसलिए हम धस और धनंजय मुंडे को सामने बैठा कर मामले को सुलझाने का प्रयास करेंगे।