भंडारा न्यूज
ERO AERO Allowance Update: भंडारा जिले में बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ), पर्यवेक्षक (सुपरवाइजर), सहायक मतदाता निबंधन अधिकारी (एईआरओ) और मतदाता निबंधन अधिकारी (ईआरओ) के मानदेय में बड़ी बढ़ोतरी की गई है। अब बीएलओ को पहले की तरह 6 हजार रुपये के बजाय 12 हजार रुपये वार्षिक मानदेय मिलने लगेगा। साथ ही, चुनाव आयोग ने बीएलओ और पर्यवेक्षकों के प्रोत्साहन भत्ते में भी वृद्धि की है। विशेष बात यह है कि ईआरओ और एईआरओ को पहली बार मानदेय दिया जाएगा।
निर्वाचन आयोग का कहना है कि सटीक और पारदर्शी मतदाता सूची ही लोकतंत्र की नींव है, इसलिए मतदाता सूची के निर्माण और पुनरीक्षण में मेहनत करने वाले कर्मचारियों को सम्मान देने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है। बीएलओ की भूमिका निर्वाचन प्रक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। बीएलओ ही मतदान केंद्र स्तर पर मतदाता सूची को अद्ययावत रखते हैं।
लंबे समय से मांग के बावजूद बीएलओ के मानदेय में कोई वृद्धि नहीं हुई थी। लगभग 10 वर्ष बाद यह बढ़ोतरी की गई है।बता देना आवश्यक है कि मतदान से जुड़ा अधिकांश कार्य शिक्षक वर्ग को सौंपा जाता है। शिक्षक समाज में शिक्षित और विश्वसनीय माने जाते हैं, इसलिए मतदाता सूची से जुड़ा संवेदनशील कार्य भी वे जिम्मेदारी के साथ बखूबी निभाते हैं। लेकिन चुनावी अवधि में यह अतिरिक्त जिम्मेदारी शिक्षा कार्य पर असर डालती है, जिसके कारण कई शिक्षकों में असंतोष भी देखा गया है।
बीएलओ का काम केवल मतदाता सूची तैयार करना ही नहीं, बल्कि उसे अद्ययावत बनाए रखना भी है। उन्हें नए मतदाताओं की पंजीकरण, पहचान सत्यापन, दस्तावेजों की जांच, घर-घर जाकर सूचना एकत्र करना, और विशेष पुनरीक्षण अभियानों में सीधे मतदाताओं से संपर्क करना जैसी जिम्मेदारियां निभानी होती हैं।
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बीएलओ – 12,000
पर्यवेक्षक – 8,000
एईआरओ – 25,000
ईआरओ – 30,000
आयोग ने बीएलओ को मिलने वाले प्रोत्साहन भत्ते में भी इजाफा किया है। विशेष अभियान और उत्कृष्ट कार्य के लिए अब उन्हें अतिरिक्त प्रोत्साहन अनुदान प्रदान किया जाएगा। यह फैसला निर्वाचन आयोग की उस नीति को और मजबूत करता है, जिसके तहत पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव के लिए जमीनी स्तर के कर्मचारियों को प्रोत्साहन और सम्मान दोनों देने पर जोर दिया गया है।