मृत सरपंच संतोष देशमुख व आरोपी वाल्मिक कराड (सोर्स: सोशल मीडिया)
बीड: महाराष्ट्र के बीड जिले के मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस हत्याकांड से संबंधित मामलों में आराेपपत्र दाखिल कर दिया है। आरोपपत्र के हवाले से एक अधिकारी ने हत्याकांड से जुड़े जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार आरोपी वाल्मिक कराड को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
इसमें दावा किया गया कि मुख्य आरोपी वाल्मिक कराड ने मामले के अन्य आरोपियों से कथित तौर पर कहा था कि पवन ऊर्जा कंपनी से धन उगाही की उसकी कोशिश में जो भी बाधा बने, उसे खत्म कर दिया जाए।
अधिकारी ने यह जानकारी सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले और जबरन वसूली संबंधित मामलों में दायर आरोपपत्र से जुड़ी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दी। जबरन वसूली मामले में महाराष्ट्र सरकार के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को आरोपी मुख्य आरोपी बताया गया है।
अधिकारी ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि पिछले साल दिसंबर में संतोष देशमुख का अपहरण और उसकी हत्या किए जाने से पहले उन्हें कई बार धमकाया गया था। कराड को बीड जिले में मसाजोग गांव के सरपंच देशमुख की हत्या से संबंधित जबरन वसूली के मामले में 31 दिसंबर 2024 को गिरफ्तार किया गया था।
राज्य अपराध जांच विभाग (CID) ने 180 से अधिक व्यक्तियों से पूछताछ के बाद सरपंच देशमुख की हत्या और दो संबंधित मामलों में बीड जिले की एक अदालत में 27 फरवरी को 1,200 से अधिक पन्नों का आरोपपत्र दायर किया था।
सरपंच संतोष देशमुख को पिछले साल 9 दिसंबर 2024 को बीड में एक ऊर्जा कंपनी को निशाना बनाकर की जा रही जबरन वसूली की कोशिश को कथित तौर पर रोकने की कोशिश करने पर अगवा कर लिया गया था, उन्हें प्रताड़ित किया गया था और बाद में उनकी हत्या कर दी गई थी।
बीड के केज पुलिस थाने में सरपंच की हत्या, अवादा कंपनी से पैसे ऐंठने की कोशिश और कंपनी के सुरक्षा गार्ड पर हमले के तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए। पुलिस ने इन मामलों में आरोपियों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत सख्त कार्रवाई की है।
अधिकारी ने आरोपपत्र के साथ संलग्न रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि सात दिसंबर 2024 को कराड ने कथित तौर पर एक अन्य आरोपी सुदर्शन घुले से कहा था कि जो लोग उनकी जबरन वसूली की कोशिश में आड़े आएं, उन्हें खत्म कर दिया जाना चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कराड ने अन्य लोगों के साथ मिलकर अवादा कंपनी से दो करोड़ रुपये मांगे, जो बीड में एक बिजली उत्पादन परियोजना में लगभग 300 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों कराड, विष्णु चाटे, सुदर्शन घुले, प्रतीक घुले, सुधीर सांगले, कृष्णा अंधाले, जयराम चाटे और महेश केदार ने 8-9 दिसंबर 2024 के बीच अवादा कंपनी से दो करोड़ रुपये की उगाही करने का फैसला किया।
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अधिकारी ने रिपोर्ट के हवाले से कहा कि वे पूरे इलाके में कथित तौर पर अपना ‘आतंक’ फैलाना चाहते थे और उन्होंने अपने रास्ते में आने वाले हर व्यक्ति को खत्म करने या मारने का फैसला किया था।
(एजेंसी इनपुट के साथ)