धनंजय मुंडे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र में बीड जिले के मस्साजोग गांव में सरपंच हत्याकांड के बाद से वाल्मिक कराड के सहयोगी धनंजय मुंडे भी सभी के निशाने पर है। अपराधी वाल्मिक कराड के सहयोगी होने के कारण धनंजय मुंडे से मंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग की जा रही है।
महाराष्ट्र सरकार के वर्तमान मंत्री धनंजय मुंडे ने अब कुछ दिनों के लिए सबकी नजरों से दूर हो जाएंगे और किसी से भी नहीं मिलेंगे। दरअसल, बात ये है कि धनंजय मुंडे ने अपने आंखों की सर्जरी कराई है। बुधवार को धनंजय मुंडे ने खुद बताया कि उनकी आंख की सर्जरी हुई है और उन्हें अगले चार-पांच दिनों तक आराम करने की सलाह दी गई है इसलिए वह किसी से नहीं मिल पाएंगे।
बीड जिले में एक सरपंच की हत्या और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा उपभोक्ता संरक्षण मंत्री धनंजय मुंडे ने कहा कि वह 10 फरवरी को काम पर लौटेंगे। धनंजय मुंडे ने कहा कि मुंबई में प्रसिद्ध नेत्र रोग स्पेशलिस्ट तात्याराव लहाने के निजी अस्पताल में उनकी सर्जरी हुई है।
कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राज्य में पिछली महायुति गठबंधन सरकार में कृषि विभाग संभाल रहे धनंजय मुंडे के कार्यकाल में 88 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। हालांकि, मंत्री ने आरोपों को ‘निराधार’ करार दिया और कहा कि वह उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
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बीड जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की 9 दिसंबर को उस समय हत्या कर दी गई थी, जब उन्होंने कथित तौर पर क्षेत्र में पवन चक्कियां लगाने वाली एक ऊर्जा कंपनी को निशाना बनाकर जबरन वसूली के प्रयास का विरोध किया था। कथित तौर पर जबरन वसूली के प्रयास का नेतृत्व स्थानीय नेता विष्णु चाटे ने किया था, जिन्होंने कंपनी से 2 करोड़ रुपये की मांग की थी। कथित तौर पर देशमुख के हस्तक्षेप के कारण उनका अपहरण, यातना और बाद में हत्या कर दी गई।