बाबा सिद्दीकी हत्याकांड (कॉन्सेप्ट फोटो)
Baba Siddique Murder Case: मुंबई के बांद्रा ईस्ट में 12 अक्टूबर 2024 की रात सवा 9 बजे NCP नेता बाबा सिद्दीकी पर तीन शूटर्स ने गोली मारकर हत्या कर दी। उनकी हत्या बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के सामने हुआ। हत्याकांड में वांटेड आरोपी शुभम लोनकर ने फेसबुक पोस्ट के जरिए इसकी जिम्मेदारी ली। इसके बाद मुंबई क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया कि तीनों संदिग्ध शूटर्स ने हत्या से पहले लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई से बात की थी।
पुलिस ने इस हत्याकांड मामले में 29 लोगों को आरोपी बनाया, जिनमें से अनमोल बिश्नोई समेत 3 वांटेड आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। मामले के मुख्य 6 आरोपियों ने इकबालिया बयान में हत्या और उसमें शामिल होने की बात कबूल की थी। अब सभी अपने बयान से पलट गए हैं। आरोपियों ने पुलिस पर जुर्म कबूल करने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया है।
बेटे जीशान सिद्दीकी ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे जमीन विवाद का शक जताया हैं। अब सवाल ये है कि बयान से पलटने के बाद आरोपियों का जुर्म साबित करना पुलिस के लिए कितनी बड़ी चुनौती होगी। इसका केस पर क्या असर पड़ेगा। इस मामले में पुलिस द्वारा पेश की गई चार्जशीट में गैंग लीडर अनमोल बिश्नोई को बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का मास्टरमाइंड बताया गया है। हालांकि, इसमें लॉरेंस बिश्नोई का नाम नहीं है।
बता दें कि हत्या के आरोप में गिरफ्तार 26 आरोपियों में से जिन लोगों ने पुलिस के सामने जुर्म कबूला था, उन सभी ने अपना बयान वापस ले लिए हैं। बयान से पटलने वालों में आदित्य राज, नितिन सप्रे, गुरमेल सिंह, शिवकुमार उर्फ शिवा, धर्मराज कश्यप, सुजीत सुशील सिंह उर्फ बब्बू का नाम शामिल है।
बयान वापस लेने के पीछे कई दलील दी गई कि जांच एजेंसी ने धमकाया और परिवार के खिलाफ फर्जी या मकोका जैसे केस दर्ज करने की धमकी दी गई। एनकाउंटर की धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है।
इधर बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने पिता को मौत से पहले बिल्डर लॉबी से धमकी मिलने की बात कही है। उन्होंने जमीन विवाद में हत्या का शक जताया है और इसी एंगल पर जांच की मांग भी की है।
आरोपियों के बयान से पलटने पर बचाव पक्ष के एडवोकेट अजिंक्य मिरगल ने कहा कि इससे साफ है कि अब ये बयान कोर्ट में मंजूर नहीं होंगे। केस में अब सबूत ही सबसे अहम होंगे। जांच एजेंसी ने अब तक सबसे खास सबूत सीसीटीवी फुटेज की साइंटिफिक सर्टिफाइड कॉपी कोर्ट में जमा नहीं की है। जबकि चार्जशीट में रेकी से लेकर वारदात वाले दिन आरोपियों के सीसीटीवी में दिखने का दावा किया गया है।
बयान वापस लेने पर दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड DCP एलएन राव का कहना है कि अक्सर बड़े केस में आरोपी अपना बयान वापस ले लेते हैं। इसलिए कोई भी जांच एजेंसी ट्रायल के लिए अपने एविडेंस मजबूत रखती है।
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राव ने कहा कि “हम मानकर चलते हैं कि आरोपी बयान वापस ले सकते हैं। अदालत में आरोपियों के इकबालिया बयान और सबूतों को जोड़कर आरोप साबित करना आसान होता है। इसलिए अब जांच एजेंसी को साइंटिफिक एविडेंस मजबूत करने होंगे।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की चार्जशीट के अनुसार, इस मामले में 26 आरोपी गिरफ्तार हैं। पहला आरोपी गुरमेल सिंह और 26वां आरोपी सुमित दिनकर है। वांटेड में 3 आरोपियों के नाम हैं। शुभम लोनकर, मोहम्मद यासीन उर्फ जीशान अख्तर और अनमोल बिश्नोई। चार्जशीट में जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम नहीं है।