रामदास आठवले और राहुल गांधी (सौ. सोशल मीडिया )
Chhatrapati Sambhajinagar News In Hindi: देश डॉ बाबासाहब आंबेडकर के संविधान के अनुसार ही चलता है व उसे कोई भी बदल नहीं सकता। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भाजपा व केंद्र सरकार पर संविधान बदलने का झूठा प्रसार कर जनता को गुमराह कर रहे हैं।
यह आरोप रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने लगाया। शहर के संत एकनाथ रंगमंदिर में गायरान परिषद के लिए पधारे आठवले ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी ने 26 नवंबर संविधान दिवस के रूप में घोषित कर यह दर्शा दिया है कि वे और उनकी पार्टी संविधान का आदर करते हैं।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने देश में एकता का नहीं, बल्कि विभाजन का संदेश दिया। उन देश में संभ्रम की स्थिति निर्मित हो रही है। भारत में नेपाल, बांग्लादेश जैसी अराजकता निर्माण नहीं हो सकती क्योंकि अपना देश डॉ आंबेडकर के संविधान के दायरे में चलता है।
आठवले ने मांग की कि, समूचे देश की करीब 20 करोड़ एकड़ गायरान जमीन भूमिहीन लोगों को दी जानी चाहिए, भूदान गतिवधि भले ही आज मुश्किल है, मगर उसका पुनरुत्थान करने जरूरत है। मंत्री ने मांग की कि राज्य सरकार ने एक समिति का गठन कर सभी गायरान जमीनों का सर्वे करना चाहिए।
इसके लिए मुख्यमंत्री व राजस्व मंत्री से अनुरोध करेंगे, ग्रामीण क्षेत्र की गायरान जमीन कर विनियोग करने पर लाखों भूमिहीन परिवारों का जीवनमान सुधारने का मौका भी मिलेगा। आठवले ने कहा कि, बिहार के महाबोधी-महाविहार न्यास में सभी न्यासी बौद्ध समाज के होने व कानून रद्द करने की मांग को लेकर 14 को मुंबई में मोर्चा निकाला जाएगा।
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कई भूमिहीन किसान सालों से जमीनें कस आजीविका चला रहे है, पर सरकार उनसे जमीने छीन रही है। जमीनी पर हमें हक मिलना ही चाहिए, यदि नहीं मिलेगा, तो हम छीन लेंगे, यह चेतावनी आठवले ने गावरान परिषद में दी। सांसद डॉ भागवत कराड, बाबूराव कदम, मिलिंद शेलके, विजय मगरे आदि की मौजूदगी में आठवले ने कहा कि, जो चारागाह जमीनें 1990 से नहीं। बल्कि 2014 तक किसानों के पास है, उसे दिलवाने की भरसक कोशिश करेंगे, इसके लिए जेल में जाने की भी तैयारी है, परिषद से पालक मंत्री संजय शिरसाट, ओबीसी कल्याण मंत्री अतुल सावे, विधायक संजय कैणेकर के अनुपस्थित रहने से अटकलों का बाजार गरमा गया है।