प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स:सोशल मीडिया )
Chhatrapati Sambhajinagar Server Down Problem : छत्रपति संभाजीनगर वक्फ संस्थाओं और उनकी संपत्तियों के दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड करने के लिए केंद्र सरकार ने शुरू किया हुआ उम्मीद पोर्टल पूरी तरह लड़खड़ा गया है। पिछले आठ दिनों से पोर्टल बार-बार बंद होना, अपलोडिंग के वक्त तकनीकी गड़बड़ियां आना और सर्वर डाउन रहना जैसी समस्या के कारण वक्फ बोर्ड की पूरी प्रणाली बाधित हो रही है। महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के मुतवल्लियों और संस्थाओं के जिम्मेदार लोगों को भारी मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अनेक शिकायतें उम्मीद सपोर्ट टीम को भेजने के बावजूद पोर्टल की दिक्कतें दूर नहीं हो रही हैं। जबकि संपत्तियों के दस्तावेज अपलोड करने के लिए अब सिर्फ दो दिन बचे हैं। अधिकारियों का कहना है कि पोर्टल रात 2 से 5 बजे के बीच कुछ मिनटों के लिए चालू होता है और तुरंत ही क्रैश हो जाता है। कई बार पूरा फॉर्म भरने के बाद ‘सबमिट’ दबाते ही वेबसाइट बंद हो जाती है।
महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड के अनुसार अब तक 45,116 संपत्तियां पोर्टल पर अपलोड हुई हैं। इनमें Makers द्वारा 27,028 रिकॉर्ड अपलोड किए गए हैं जबकि Checkers ने 7,535 संपत्तियां अंतिम रूप से स्वीकार की हैं। त्रुटियां मिलने के कारण 2,634 अपलोड रिजेक्ट की गई हैं। अंतिम चरण में पोर्टल पर फिर गंभीर तकनीकी बाधाएं शुरू हो गई हैं।
| राज्य / क्षेत्र | कुल मालमत्ताएं | अब तक अपलोड | लंबित रिकॉर्ड |
|---|---|---|---|
| पंजाब | 26,000 | 12,000 | 14,000 |
| हरियाणा | 12,000+ | ~11,700 | 300 |
| दिल्ली | 2,250 | 1,600 | 650 |
वक्फ संस्थाओं को निर्देश दिया गया कि 05 दिसंबर 2025 तक सभी संस्था और मालमत्ता पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है। पोर्टल में कई त्रुटियां मिलने पर तीन माह तक सुधार कार्य चलता रहा। सितंबर में सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद संस्था प्रमुख और मुतवल्ली का संभ्रम दूर हुआ और अक्टूबर से बड़े पैमाने पर अपलोडिंग शुरू हुई। देशभर के वक्फ बोडौँ ने अतिरिक्त स्टाफ लगाकर दिन-रात काम शुरू किया। लेकिन अब अंतिम दौर में गंभीर तकनीकी बिगाड़ से काम ठप हो गया है।
बोर्ड के चेयरमैन काजी ने कहा कि यदि सरकार को सचमुच वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा करनी है तो उम्मीद पोर्टल की अंतिम तारीख बढ़ाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सहित देशभर से उम्मीद पोर्टल न चलने की अनेक शिकायतें आई हैं। इस संबंध में बोर्ड ने उम्मीद सपोर्ट टीम को कई ई मेल भेजे हैं। मैंने स्वयं भी पोर्टल संभालने वाली एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की है।
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उन्होंने तकनीकी खामियों की पुष्टि की है। लगातार संपर्क में रहने के बावजूद पिछले आठ दिनों में कोई सुधार नहीं हुआ। वक्फ व्यवस्था को इससे भारी परेशानी हो रही है। हम आशा करते हैं कि पोर्टल की खामियां तुरंत दूर होंगी। हमारी पूरी मशीनरी काम पर लगी है। पोर्टल सुचारू रहा तो हम सभी संस्था और उनकी संपत्तियां समय पर अपलोड कर पाएंगे।
बोर्ड अधिकारियों के मुताबिक पोर्टल की डिजाइन बेहद खराब है। वेरिफिकेशन के तीन स्तर मेकर, चेकर और अप्रूवर तय किए गए हैं, लेकिन कई बार अप्रूवल के लिए भेजी गई अपलोड दस्तावेज सिस्टम में ही अटक जाते हैं और आगे नहीं बढ़ पाते। महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड के ऑपरेटर की ओर से लगातार ईमेल के जरिए पोर्टल संभालने वाली निजी कंपनी को शिकायतें भेज रहे हैं पर कोई जवाब नहीं मिल पा रहा है।