एडवोकेट प्रकाश आंबेडकर (सौ. सोशल मीडिया )
Chhatrapati Sambhajinagar News In Hindi: ओबीसी वोटों के बल पर सत्ता में आई भाजपा अब उनके ही अधिकारों को कुचल रही है। ओबीसी आरक्षण के जरिए दूसरों को आरक्षण देने की कोशिश की जा रही है, ऐसे में यह साफ है कि ओबीसी समुदाय की असली दुश्मन भाजपा ही है। यह आरोप वंचित बहुजन आघाडी के संस्थापक अध्यक्ष एडवोकेट प्रकाश आंबेडकर ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में लगाया।
ओबीसी आंदोलन की दिशा और आगे को रणनीति तय करने के लिए छत्रपति संभाजी नगर के भानुदास चव्हाण सभागृह में ओबीसी, भटके और विमुक्त महासंघ की एक बैठक हुई। एडवोकेट प्रकाश आंबेडकर इस बैठक में मुख्य वक्ता थे और उन्होंने मार्गदर्शन दिया।
उन्होंने कहा कि 1990 में मंडल आयोग लागू होने के बाद ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण मिला था। इससे पहले, ओबीसी समुदाय के लोगों को डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, प्रोफेसर जैसे क्षेत्रों में कोई जगह नहीं मिलती थी। हालांकि, आरक्षण के कारण यह समुदाय मुख्यधारा में आ गया। लेकिन, आज भी भाजपा और आरएसएस के विभिन्न संगठनों में ऊंची जातियों का दबदबा कायम है। उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि चुनावों के दौरान ओबीसी को हिंदू बताकर इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन उन्हें सत्ता और संगठनों में जगह नहीं दी जाती।
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आंबेडकर ने आगे कहा कि ओबीसी समुदाय के बारह बलुतेदारों की उपेक्षा की जाती है। वास्तव में, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति हमारे स्वाभाविक रिश्तेदार है। इसलिए, इन सभी सामाजिक समूहों को एक साथ लाकर आरक्षण की रक्षा के लिए बड़े पैमाने पर लड़ाई शुरू की जाएगी। इस अवसर पर, उन्होंने घोषणा की कि जल्द ही एक राज्यव्यापी महामोर्चा आयोजित किया जाएगा, बैठक में ओबीसी, भटके-विमुक्त महासंघ के संयोजक प्रोफेसर किरान चव्हाण, धनगर नेता प्रभाकर बाल्के, ओबीसी नेता अशोक जाधव धनगावकर, महेश निनाले और राज्य भर से ओबीसी नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।