प्रतीकात्म्क तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Chhatrapati Sambhajinagar Police News: छत्रपति संभाजीनगर में पुलिस द्वारा अपनाए गए सख्त रवैये के चलते आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों में डर का माहौल है, और इसी का परिणाम है कि कुख्यात अपराधी जावेद शेख उर्फ टिप्या ने 4 सितंबर को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। न्यायालय ने उसे 16 सितंबर तक हसूल कारागृह भेज दिया है। माना जा रहा है कि पुलिस की सख्त कार्रवाई और एनकाउंटर के डर से ही उसने यह कदम उठाया है।
पुलिस निरीक्षक अशोक भंडारे के अनुसार, टिप्या सितंबर 2021 से फरार था। उस समय उसने शिवाजी नगर क्षेत्र में एक महिला सुरक्षाकर्मी और सहायक फौजदार पर जानलेवा हमला करते हुए वाहन चला दिया था। इस घटना के बाद से ही वह पुलिस की पकड़ से बच रहा था।
इतना ही नहीं, इस साल 2 अगस्त को जेल से रिहा होने के बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक प्लॉटिंग व्यवसायी से तलवार की नोक पर ₹2.5 लाख की नकदी भी लूटी थी। इस मामले में उसके साथी गवली, बादशाह और मोरे तो पकड़े गए थे, लेकिन टिप्या पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।
आगामी तीज-त्योहारों को देखते हुए शहर पुलिस ने अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने कई कुख्यात अपराधियों का जुलूस तक निकाला है, जिससे उनमें दहशत फैल गई है। यह समझा जाता है कि इसी खौफ और एनकाउंटर के डर से टिप्या ने पुलिस के सामने आने के बजाय न्यायालय में आत्मसमर्पण करना बेहतर समझा।
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टिप्या का आपराधिक इतिहास पुराना है। 2021 में वह पुलिस के हाथों से लूटपाट कर फरार हो गया था, लेकिन पुलिस की लगातार बढ़ती सख्ती को देखकर उसने अपनी जान को खतरे में पाया और एक बार फिर न्यायालय का रुख किया।