जुगाड़ करके लाया बाहर से 20 हजार वोटर (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Chhatrapati Sambhaji Nagar News: राज्य की सत्तारूढ़ महायुति के नेताओं में इन दिनों विवादित बयान देने की होड़ सी मची है। बड़बोले नेता अपने विवादित बयानों से सरकार की छवि खराब करते हैं तो वहीं अपनी पार्टी और पार्टी के प्रमुख का सिरदर्द भी बढ़ाते हैं। ऐसा ही कुछ शुक्रवार को छत्रपति संभाजी नगर में उस वक्त देखने को मिला, पैठण विधानसभा क्षेत्र के विधायक विलास भुमरे अपनी पार्टी शिवसेना के मुख्य नेता एवं उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सामने ही अपनी खुद की पोल खोलने लगे।
विलास भुमरे ने कहा कि विधानसभा चुनाव में वह लगभग 20 हजार वोट बाहर से लाया था, इसका मुझे चुनाव में लाभ मिला। लेकिन उस समय मंच पर मौजूद डीसीएम शिंदे ने भुमरे को टोकते हुए आंखें तरेरी तो भुमरे बात को घुमाने की कोशिश करने लगे।
आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की पृष्ठभूमि में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शुक्रवार को छत्रपति संभाजीनगर के दौरे पर थे। वहां उनकी पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों की एक बैठक को संबोधित करने के दौरान भुमरे ने विधानसभा चुनाव में मतदान को लेकर कुछ ऐसा कह दिया, जिसकी वजह से सभी लोग सकते में आ गए। उपमुख्यमंत्री शिंदे के सामने भूमरे ने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में मतदाता सूची पर काम करने की बात कहते हुए कहा कि सूची के आधार पर उन्होंने करीब 20 हजार लोगों को बाहर से मतदान के लिए लाया था। उनके बयान पर शिंदे ने आंखें तरेरते हुए भुमरे को सोच समझकर बोलने के संकेत दिए।
विधायक विलास भुमरे ने अपने बयान में संशोधन करते हुए कहा कि बाहर से वोट डालने के लिए लाए गए लोग प्रवासी मतदाता थे, जो कि रोजीरोटी के सिलसिले में राज्य के दूसरे हिस्सों में रहते हैं। लेकिन उनके खुलासे के बाद विपक्ष के चुनाव में धांधली के आरोपों को बल मिला है। विपक्ष भूमरे के चुनावी खर्च पर सवाल उठा रहा है। महत्वपूर्ण बात यह है कि पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा सत्तारूढ़ दल पर लगातार वोटों में हेराफेरी का आरोप लगा रहा है।
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शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे ने भुमरे पर पैसा देकर वोट खरीदने का आरोप लगाया। खैरे ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान भुमरे में 120 करोड़ बांटा था। उन्होंने आगे कहा कि दारू वाले ने इसी तरह विधानसभा चुनाव के समय भी पैसा देकर वोट खरीदा था। बतौर खैरे, भुमरे ने प्रति व्यक्ति और वोट के लिए 5000 रुपए दिए हैं। अब लोग काम के लिए मेरे पास आते हैं और पश्चाताप व्यक्त करते हैं।