प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स:सोशल मीडिया )
Babasaheb Ambedkar Tribute News: महापरिनिर्वाण दिवस शनिवार, 6 दिसंबर को संविधान रचयिता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को अभिवादन किया गया। रक्तदान शिविरों के साथ ही गीत-गायन व सामाजिक गतिविधियों के जरिए डॉ।
बाबासाहेब आंबेडकर के विचारों व कार्यों को याद किया गया। शहर के मध्यवर्तीस इलाके भड़कल गेट व डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय प्रवेश द्वार पर बौद्ध अनुयायियों के साथ ही विभिन्न सामाजिक संगठनों ने महामानव की प्रतिमाओं के सामने सुमनांजलि अर्पित की।
रक्तदान, ‘एक कॉपी-एक पेन जैसे सामाजिक उपक्रमों के जरिए भी अभिवादन किया गया। बुद्ध गुफाओं में भिक्षु महासंघ की ओर से बुद्ध वंदना और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। समता सैनिक दल की ओर से विवि गेट पर डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर को मानवंदनाअर्पित की गई।
भीमशक्ति संगठन की ओर से दिनकर ओंकार, संतोष भिंगारे व अन्य कार्यकर्ताओं ने डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अभिवादन किया। पहलवान ग्रुप व रिपाइं (आठवले गुट) की ओर से टीवी सेंटर पर रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। रिपाइं के जिलाध्यक्ष संजय ठोकल, घाटी के अधीक्षक डॉ. भारतकुमार सोनवणे, विकास जाधव, विलास सौदागर संग अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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वंचित बहुजन आघाड़ी की ओर से भड़कल गेट स्थित डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर रूपचंद गाड़ेकर व रामेश्वर तायड़े ने पुष्पहार अर्पित कर अभिवादन किया। प्रवक्ता तैयब जफर, प्रवीण हिवाले, अंजन सालवे, सतीश शिंदे, कोमल हिवाले, साधना पठारे, वंदना नरवड़े, राहुल मकासरे, मुंजा तुपसमिद्रे, अजय मगरे, रवि रत्नपारखे संग कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
भारतीय दलित पँथर की ओर से डॉ. आंबेडकरनगर स्थित प्रतिमा पर पैंथर नेता लक्ष्मण भूतकर ने पुष्पहार अर्पित कर अभिवादन किया। महेंद्र सोनवणे, भारती सोनवणे ने बाबासाहेब की जीवनी पर विचार रखे। दशरथ कांबले, पंडित सालवे, जितेंद्र सोनवणे, संजय सरोदे, मिलिंद निकम, किसन भिवसने मौजूद रहे।
वंचित कामगार संगठन व क्रांतिज्योति कामगार संगठन ने विवि क्षेत्र स्थित डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर फकीरचंद औचरमल व दीपक थोरात ने पुष्पहार अर्पित कर अभिवादन किया। इस समय स्वाति खिल्लारे, सुषमा उके, रविंद्र जाधव तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
प्रतिमा के सुशोभीकरण का काम गत दो वर्षों से लंबित होने से अस्थाई स्मारक बनाने के लिए अनुयायी गत एक सप्ताह से आग्रही थे। मनपा, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की अनदेखी से अनुयायी भड़क गए। बीते दिन अधिकारियों की खिंचाई पर अस्थाई स्मारक बनाया।