जालना महानगर पालिका (सौ. सोशल मीडिया )
Chhatrapati Sambhajinagar News In Hindi: एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुवार की शाम जालना में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए महानगर पालिका आयुक्त संतोष खांडेकर को 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया।
इस गिरफ्तारी से शहर के प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों में तत्काल हड़कंप मच गया। जानकारी के मुताबिक, आयुक्त खांडेकर ने एक निर्माण ठेकेदार के बिलों का भुगतान मंजूर करने के एवज में भारी रिश्वत की मांग की थी। पीड़ित ठेकेदार ने छत्रपति संभाजीनगर स्थित एसीबी कार्यालय में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत की पुष्टि होते ही, एसीबी टीम ने एक गोपनीय जाल बिछाया, गुरुवार शाम को जैसे ही आयुक्त खांडेकर ने अपने सरकारी निवास पर रिश्वत की रकम ली, एसीबी ने छापा मारकर उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी की अधीक्षक माधुरी केदार कांगणे ने बताया कि खांडेकर की गिरफ्तारी के बाद जांच शुरू कर दी गई है। सभी दस्तावेज, मोबाइल रिकॉर्डिंग और साक्ष्य जब्त कर लिए गए है। आगे की कार्रवाई विधि सम्मत तरीके से होगी। इस घटनाक्रम के बाद मनपा के प्रशासनिक तंत्र पर गभीर सवाल उठने लगे है। नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।
शहर के समाजसेवी साद बिन मुबारक, सुधाकर निकालजे, अजीत दादा कोठारी और आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने कहा कि वे लंबे समय से मनपा में चल रही रिश्वतखोरी और फर्जीवाड़े के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। उन्होंने सरकार से मांग की है कि पूरे मनपा प्रशासन का ऑडिट कराया जाए और भ्रष्ट अधिकारियों पर निलंबन की कार्रवाई की जाए।
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समाजसेवी साद बिन मुबारक ने दावा किया कि एसीबी की कार्रवाई के दौरान कुछ कर्मचारी काइले लेकर भागते हुए देखे गए, उन्होंने मांग की है कि एसीबी टीम को मनपा कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज की जांच करनी चाहिए और फाइलें गायब करने वालों पर भी मामला दर्ज किया जाए, गौरतलब है कि जालना मनया में यह अब तक की सबसे बड़ी रिश्वत कार्रवाई मानी जा रही है। नागरिकों को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से मनपा में व्याप्त भ्रष्टाचार की परते अब खुलेंगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।