स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल (सौ. सोशल मीडिया )
Chhtarapati Sambhaji Nagar News In Hindi: राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के अंतर्गत कार्यरत 839 डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के विभिन्न मांगों के समर्थन में 21 अगस्त से बेमियादी हड़ताल पर होने से स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई है।
शहर के स्त्री अस्पताल में प्रसूति के दौरान एक 25 वर्षीय महिला की मौत से हड़कंप मच गया है। जिले के जिला अस्पताल, स्त्री अस्पताल, ग्रामीण अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उपकेंद्रों में कुल 1,047 कर्मी कार्यरत हैं।इनमें से 839 कर्मी हड़ताल में हैं।
हड़ताल में 270 नर्स, 120 डॉक्टर व 400 अन्य स्वास्थ्यकर्मी भाग ले रहे हैं। जालना स्त्री अस्पताल में 54 कर्मियों में से 34 हड़ताल पर होने से सेवाओं का भार महज 20 कर्मियों पर है। इससे अस्पतालों में मरीजों की देखभाल प्रभाविता हो रही है व सीमित स्टाफ पर अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है।जानकारी के अनुसार जिले के जिला अस्पताल, स्त्री अस्पताल, ग्रामीण अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उपकेंद्रों में कर्मचारियों के आंदोलन मे शामिल होने पर अस्पताल में भर्ती मरीजो के देखभाल में परेशानी हो रही है।इसको लेकर मरिजनों ने नाराजगी जताई है।
स्वास्थ्य कर्मचारियों की इस हड़ताल से आम नागरिक बेहद परेशान है। मरीजों व उनके परिजनों का कहना है कि अगर जल्द सरकार और कर्मचारियों के बीच समझौता नहीं हुआ, तो हालात और गंभीर हो सकते हैं।
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परभणी जिले की जिंतूर तहसील की वाधी धानोरा गांव निवासी यशवंता राठोड़ (25) को प्रसूति के लिए 29 अगस्त की रात जालना स्त्री अस्पताल में भर्ती किया गया था।रात 10:30 बजे उसने एक बच्ची को जन्म दिया।हालांकि, प्रसव के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई।डॉक्टरों ने उपचार शुरू किया, पर रात 11:30 बजे उसकी मौत हो गई।अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुदाम गवारे ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया है।