संजय शिरसाट (सौ. सोशल मीडिया )
Chhatrapati Sambhaji Nagar News In Hindi: राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री तथा जिले के पालक मंत्री संजय शिरसाट ने निर्देश देते हुए कहा कि जरूरतमंद मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ समय पर मिले।
इसके लिए आयुष्मान भारत योजना का लाभ समय पर दिया जाए इसके लिए अस्पताल तैयार रहें। पालकमंत्री शिरसाट ने जिलाधिकारी कार्यालय में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना की समीक्षा की।
बैठक में सांसद डॉ. भागवत कराड़, जिलाधिकारी दिलीप स्वामी, मनपा आयुक्त जी. श्रीकांत, जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी वासुदेव सोलंके, निवासी उप जिलाधिकारी जनार्दन विधाते, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अभय धानोरकर, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पारस मंडलेचा, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के जिला समन्वयक डॉ. रवि भोपले और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
जिले कुल 81 अस्पताल इलाज के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व महात्म ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना से संबंधित हैं। इस योजना का लाभ अस्पताल के माध्यम से जरूरतमंद मरीज को प्रदान किया जाता है, विभिन्न दस्तावेजों की कमी के कारण अस्पताल को मरीज को रोकना नहीं चाहिए।
पालक मंत्री शिरसाट ने समय पर आने वाले मरीजों का इलाज कर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का निर्देश दिया। संबंधित पंजीकृत अस्पतालों में मरीजों को होने वाली असुविधा से बचा जाना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को उन अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जो मरीजों को इलाज करने से मना करते हैं। जिले में आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाने के लिए नागरिकों को ई-केवाईसी पूरा करना चाहिए। पालक मंत्री शिरसाट ने नागरिकों से सेतु सुविधा केंद्र, और सस्ते खाद्य दुकानदारों के सहयोग से ई-केवाईसी पूरा करने की अपील की।
अधिकारी व कर्मचारी खेतों पर बने 66 तटबंधों पर जाकर खेतों को हुए नुकसान का निरीक्षण करें, अपने उचित अवलोकन पंचनामा में दर्ज करें, किसानों को समय पर सहायता मिले।
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बरी जिले में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हुई है. वहां पर किसानों की क्षतिग्रस्त फसलों का पंचनामा बनाकर उन्हें तुरंत सहायता प्रदान की जानी चाहिए। इसके लिए कृषि और राजस्व विभाग पंचनामा बनाकर प्रक्रिया पूरी करें। जिन गांवों में बाढ़ के पानी के कारण सड़कें बह गई हैं, वहां कृषि विभाग और राजस्व विभाग उपाय करके और सुविधाएं प्रदान करके किसानों को सहायता प्रदान करने में लापरवाही न बरते।