शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख पुरस्कार। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
अमरावती: आने वाले समय में कृषि एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में नया दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है। इसके लिए अगली सदी को ध्यान में रखते हुए आज काम करना आवश्यक है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सभी से भविष्य की ओर देखने और उस उद्देश्य के लिए आवश्यक ज्ञान प्राप्त करते हुए अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की अपील की। शिवाजी शिक्षण संस्था की ओर से नितिन गडकरी को शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख पुरस्कार प्रदान किया गया।
इस अवसर पर सांसद अनिल बोंडे, बलवंत वानखेड़े, विधायक संजय खोडके, सुलभा खोडके, प्रवीण पोटे, शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख, कमलताई गवई आदि उपस्थित थे। गडकरी ने कहा कि कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में डॉ. पंजाबराव देशमुख ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसी कारण बैक-एंड को बदलना संभव हो सका। सामाजिक सुधार समय बदल रहे हैं। इसलिए प्रेरणा ऐसे व्यक्तित्व से मिलती है। चूंकि समाज के प्रति उनका नजरिया महत्वपूर्ण है, इसलिए उनके विचारों के आधार पर ही रास्ता अपनाया जा रहा है।
गडकरी ने कहा कि आने वाले समय में ज्ञान ही शक्ति बना रहेगा। इसलिए, यह जरूरी है कि कृषि के क्षेत्र में दुनिया भर में हो रहे प्रयोगों का जायजा लिया जाए और उसके अनुसार बदलाव किए जाएं। आधुनिक शिक्षा किसानों को कृषि में बदलाव लाने में भी मार्गदर्शन करेगी। कृषि प्रयोगों में सफलता के लिए उन्हें प्रेरित करने हेतु पुरस्कार की अवधारणा आवश्यक है। उन्होंने कहा कि किसानों को प्रशिक्षण प्रदान करना भी आवश्यक है ताकि वे आधुनिक कृषि पद्धति अपना सकें।
साथ ही उन्होंने अपील की कि पुरस्कार के लिए मिलने वाली 5 लाख रुपये की राशि में बीस लाख रुपये जोड़कर हर साल 5 किसानों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए। प्रारंभ में हर्षवर्धन देशमुख ने संस्था के कार्यों एवं पुरस्कारों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर मिथिला कविश्वर,राठौड़, वैष्णवी मानवटकर, वैष्णवी कदम, समीक्षा नागापुरे, धनश्री मोये, आयुष दीवान, सौम्या राउत और दीप्ति कालमेघ को विभिन्न क्षेत्रों में उनकी उपलब्धियों के लिए छात्रवृत्ति प्रदान की गई।
महाराष्ट्र की अन्य खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें…
उत्कृष्ट महिला कृषकों वंदना धोत्रे और वंदना वैद्य को सम्मानित किया गया। नवनियुक्त विधायक संजय खोडके का भी अभिनंदन किया गया। गडकरी ने श्री संत अच्युत महाराज हार्ट हॉस्पिटल के नए भवन और कार्डियक कैथ लैब का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सांसद अनिल बोंडे, विधायक संजय खोडके, दादाराव केचे, सुलभा खोडके, प्रताप अडसड, उमेश यावलकर, केवलराम काले, सुमित वानखेड़े, राजेश वानखेड़े, प्रवीण तायडे, प्रवीण पोटे, सचिन देव महाराज आदि उपस्थित थे।
इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि गरीबों की सेवा करना महत्वपूर्ण है और ऐसी गतिविधियों को हमेशा समर्थन दिया जाएगा। अस्पताल दान और नागरिक भागीदारी के माध्यम से सर्जरी कर रहा है। इससे कई लोगों की जान बच गई। जरूरतमंदों की मदद की गई। अतः संत अच्युत महाराज के लिए की गई सेवा पूर्ण हो गई। इस अस्पताल से आम नागरिकों को लाभ मिलेगा। अस्पताल को निकट भविष्य में फेफड़े और हृदय प्रत्यारोपण जैसी सर्जरी करने की पहल करनी चाहिए। अस्पताल विकास का लक्ष्य निर्धारित किया जाना चाहिए।
उन्होंने अस्पताल से आने वाले दिनों में भी निस्वार्थ भावना से काम करने की अपील की। शारदा उद्योग मंदिर का दौरा करते हुए और महिला उद्यमिता पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं को उद्योग में आगे आने की जरूरत है। इसके लिए महिलाओं को कौशल हासिल करना होगा। उन्होंने राय व्यक्त की कि गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने से अच्छी आय अर्जित की जा सकती है। गडकरी ने पंचवटी से डॉ. पंजाबराव देशमुख और शिवाजी महाराज की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस बीच, बेलोरा हवाई अड्डे पर गडकरी पहुंचे। इस बार सांसद डॉ. अनिल बोंडे, विधायक उमेश यावलकर, प्रवीण पोटे, संभागीय आयुक्त श्वेता सिंघल, जिला कलेक्टर सौरभ कटियार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीता महापात्रा, नगर आयुक्त सचिन कलंतरे और अन्य उपस्थित थे।