ज़िंदा आदमी को दिखा दिया मरा हुआ (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Amravati News: सोशल मीडिया पर ‘मैं ज़िंदा हूं, मरा नहीं हूं…’ वाला दर्दनाक वीडियो वायरल होते ही प्रशासन की नींद खुल गई। इसी तरह, मोर्शी तालुका के लेहगांव ग्राम पंचायत में एक जीवित व्यक्ति को मृत दर्शाने का मामला सामने आया। इस गंभीर मामले में अमरावती जिला परिषद की सीईओ संजीता महापात्रा ने संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को ज़िम्मेदार ठहराया है और तुरंत सुधार के निर्देश दिए हैं।
लेहगांव निवासी नारायण जेवड़े की मृत्यु गलत दर्ज की गई थी। गौरतलब है कि जेवड़े 2015 में अमरावती ज़िला परिषद से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। वे आज भी जीवित हैं। 2010-11 के कर निर्धारण रजिस्टर (फॉर्म 8) में जेवड़े की संपत्ति उनके भाई की पत्नी प्रभा सुभाष जेवड़े के नाम पर संपत्ति क्रमांक 190 पर ‘मृतक’ लिखकर दर्ज कर दी गई थी। हालांकि, ग्राम पंचायत अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं है जिसके आधार पर यह प्रविष्टि की गई हो।
नारायण जेवड़े पिछले कई सालों से इस गलत प्रविष्टि के बारे में लेहगांव ग्राम पंचायत, मोर्शी समूह विकास अधिकारी और शिरखेड पुलिस थाने में अपनी पीड़ा व्यक्त करते रहे थे। हालांकि, किसी ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।
जैसे ही सोशल मीडिया पर जेवाड़े की मौत की खबर फैली, जिला परिषद के सीईओ महापात्रा ने तुरंत मोर्शी समूह विकास अधिकारी से रिपोर्ट मांगी। इसके बाद सहायक समूह विकास अधिकारी प्रीति खटिंग ने ग्राम पंचायत अधिकारी प्रवीण राउत से पूछताछ कर तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश की।
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ज़िला परिषद ने इस गलती को तुरंत सुधारने का आदेश दिया है। इससे नारायण जेवड़े की मानसिक परेशानी कुछ हद तक कम होने की संभावना है। हालांकि, यह घटना प्रशासन की पंजीकरण प्रणाली में व्याप्त अव्यवस्था और आलस्य का एक उदाहरण है।
अमरावती शहर के MIDC में भीषण आग लग गई। अमरावती नगर निगम के दमकल विभाग ने आग पर काबू पा लिया है। शनिवार, 9 अगस्त, सुबह 4:30 बजे MIDC इलाके की एक कंपनी में आग लगने की खबर सामने आई है। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन आग बुझाने के लिए दमकल की 5 गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थीं। दमकल कर्मियों ने अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पा लिया। आग की आशंका से इलाके में दहशत का माहौल बन गया था।