ठेकेदारों ने लगाए पोस्टर (सौजन्य-नवभारत)
Amravati News: सरकारी ठेकेदारों के करोड़ों रुपयों के बकाया रहने से अब सरकारी ठेकेदारों पर आत्महत्या की नौबत आ पड़ी है। ठेकेदारों व उनकी संगठन के सदस्यों ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब हमने भी जान दे देना है, क्या इसी का रास्ता देख रही सरकार? ऐसे सवालों के पोस्टर स्थानीय लोक निर्माण विभाग के गेट पर चस्पा किए गए हैं।
विदर्भ कंत्राटदार संगठन, अमरावती जिला कॉन्ट्रक्टर संगठन, सुशिक्षित बेरोजगार अभियंता संगठन की ओर से लगाए गए इस बोर्ड पर सरकार से सवाल करते हुए पूछा गया है कि इसे कब रोका जाएगा। जिले सहित राज्य में सरकारी विकास कामों के चलते विभिन्न विकास कार्य किए गए थे। इन विकास कामों को करने वाले ठेकेदारों के करोड़ों रुपये अब भी बकाया हैं।
जिसके कारण इन ठेकेदारों पर आत्महत्या की नौबत आ पड़ी है। ठेकेदारों के अनुसार बढ़ती महंगाई और बढ़े हुए खर्च के कारण परिवार का पालन-पोषण मुश्किल में आ पड़ा है। स्कूलों की फीस, बिजली बिल, गैस सिलेंडर, पेट्रोल की बढ़ती कीमत से हर कोई परेशान है। दूसरी ओर पूरे राज्य और जिले में लोक निर्माण विभाग द्वारा ठेकेदारों के बिल अटकाए गए हैं।
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सरकार इन ठेकेदारों के बिल विगत कई साल से रोककर रखी हुई है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो सरकारी ठेकेदारों और इंजीनियरों के सामने आत्महत्या करने की नौबत आ सकती है। क्या सरकार इसी बात का रास्ता देख रही है? ऐसा सवाल दागते हुए रुके हुए बिलों को जल्द से जल्द अदा करने की मांग संगठनों की ओर से की जा रही है।