अमरावती में CNG की किल्लत (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Amravati CNG Stations: अमरावती शहर में लगभग डेढ़ वर्ष पहले सीएनजी (CNG) की सुविधा शुरू की गई थी, लेकिन अब तक इसका पर्याप्त वितरण नहीं हो पा रहा है। पिछले 8 से 10 दिनों से स्थिति और भी खराब हो गई है। कई बार दो से तीन दिन बाद ही सीएनजी उपलब्ध होती है, वह भी बहुत कम मात्रा में। परिणामस्वरूप सीएनजी फिलिंग स्टेशनों पर वाहनों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, अमरावती जिले में फिलहाल 5 सीएनजी स्टेशन चालू हैं, लेकिन शहर के भीतर एक भी स्टेशन नहीं है। शहर से करीब 7 से 8 किलोमीटर दूर दो स्टेशन स्थित हैं। पेट्रोल की तुलना में सीएनजी सस्ती होने के कारण पिछले डेढ़ वर्ष में सीएनजी वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, लातूर से आने वाली गैस सप्लाई आधी रह गई है, जिसके चलते वाहन चालकों को इंधन भरवाने के लिए घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ रही है।
मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग के समानांतर गेल (GAIL- Gas Authority of India Ltd.) द्वारा गैस पाइपलाइन बिछाई गई है। यह पाइपलाइन मार्च 2025 में शुरू होने की उम्मीद थी, परंतु अब बताया जा रहा है कि यह मार्च 2026 के बाद ही शुरू हो पाएगी। तारीख लगातार आगे बढ़ने से सीएनजी वाहनधारक और स्टेशन संचालक परेशान हैं।
जानकारी के अनुसार, गैस पाइपलाइन शुरू होने के बाद अमरावती से लगभग 30 किलोमीटर दूर बोरी स्थित सीएनजी मदर स्टेशन से 24 घंटे लगातार सीएनजी की आपूर्ति संभव हो जाएगी। इसके बाद अमरावती शहर और आसपास के क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में सीएनजी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी। हालांकि, पाइपलाइन परियोजना में हो रही देरी अब शहर के वाहन चालकों के लिए बड़ी परेशानी बन गई है। फिलहाल सीएनजी वाहनधारकों को सीमित सप्लाई और लंबी कतारों का सामना करना पड़ रहा है।
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सीएनजी वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण अब शहर में कुछ वाहन चालक घरेलू एलपीजी गैस का उपयोग करने लगे हैं। इसके चलते अवैध रिफिलिंग का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में पुलिस विभाग ने कई स्थानों पर छापेमारी कर कार्रवाई की और अवैध रिफिलिंग करने वालों पर लगाम लगाने का प्रयास किया।