
अकोला मनपा चुनाव (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Akola NMC Election 2026: मनपा चुनाव के लिए शहर में अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के बीच गठबंधन अभी तक नहीं हुआ है। गठबंधन के लिए विविध राजनीतिक पार्टियों की मीटिंग और चर्चाएं शुरु हैं। और उम्मीदवार तय करने की चल रही जद्दोजहद के बीच कैंडिडेट की घोषणा कब होगी, इसे लेकर भी अनिश्चितता है।
हालांकि, ऐसा देखा जा रहा है कि कुछ प्रभागों से उम्मीदवारों ने अपने स्तर पर अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। मनपा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के आवेदन फाइल करने की डेडलाइन दो दिन दूर है, और राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं। इसमें महायुति, महाविकास आघाड़ी के अलग-अलग घटक दलों समेत अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के बीच अलायंस, सीट बंटवारे और संभावित कैंडिडेट लिस्ट के मुद्दों पर चर्चा चल रही है।
सीट बंटवारे के मुद्दे को सुलझाने के लिए मुंबई में पार्टी नेताओं के बीच भी मीटिंग चल रही हैं। हालांकि, ऐसे में जब अलायंस और अलायंस में सीट बंटवारे का हिसाब-किताब अभी फाइनल स्टेज पर नहीं पहुंचा है, ऐसे में कैंडिडेट तय करने की मुश्किल बनी हुई है। किस वार्ड में किसे उम्मीदवारी मिलेगी, यह तस्वीर अभी भी साफ नहीं होने से उम्मीदवारी का तनाव कब खत्म होगा?
ऐसा लगता है कि इच्छुक उम्मीदवारों की जान अधर में लटकी हुई है। मनपा चुनाव लड़ने के इच्छुक विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों ने प्रभाग में मतदाताओं से मिलकर प्रचार करना शुरू कर दिया है। हालांकि, ऐसी स्थिति में जहां उम्मीदवार तय करने की जटिलता जारी है, वहीं उम्मीदवारी फाइनल होगी या नहीं, इसे लेकर उम्मीदवारों में बेचैनी की तस्वीर है।
अकोला महानगरपालिका चुनाव के लिए भाजपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस अजीत पवार गुट के बीच गठबंधन की संभावना है और उम्मीदवारी के आवेदन दाखिल करने से दो दिन पहले तक इस बारे में भ्रम की स्थिति है। अजीत पवार गुट के स्थानीय नेताओं को अभी भी उम्मीद है कि भाजपा के साथ गठबंधन जरूर होगा। इस गुट ने 15 सीटों की मांग की है और सूत्रों ने अनुमान लगाया है कि उन्हें 14 सीटें मिलने की संभावना है।
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फिलहाल जिन इच्छुक उम्मीदवारों को पूरी उम्मीद है कि उन्हें संबंधित पार्टी की उम्मीदवारी मिलेगी उन उम्मीदवारों ने अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। मतदाताओं से सीधा संपर्क किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी चुनाव प्रचार में तेजी आई है। सोशल मीडिया द्वारा चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार मतदाताओं से संपर्क बनाने में लगे हैं।






