प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: AI)
Jabalpur Missing Child News: आधार कार्ड पंजीयन की प्रक्रिया के माध्यम से एक गुमशुदा बालक के घर का पता खोजने में प्रशासन को बड़ी सफलता मिली है। इस प्रयास से 11 वर्ष बाद उस बालक के अपने परिवार तक लौटने का मार्ग प्रशस्त हुआ। यह मामला तकनीकी सतर्कता के साथ-साथ मानवीय संवेदनशीलता और विभागीय समन्वय का भी उदाहरण है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले का एक 6 वर्षीय बालक करीब 11 वर्ष पूर्व लापता हो गया था। लापता होने के बाद वह महाराष्ट्र पुलिस को मिला, जिसके बाद उसे नागपुर स्थित बालगृह में दाखिल किया गया। समय के साथ वह मुंबई, बीड और बुलढाना के विभिन्न बालगृहों में रहा।
वर्तमान में बालक बुलढाना के सरकारी बालगृह में रह रहा था। यहां उसके आधार कार्ड पंजीयन का प्रयास किया गया, लेकिन कई बार कोशिश करने के बावजूद आधार कार्ड नहीं बन पाया। आधार शिकायत केंद्र से संपर्क करने के बाद भी कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका।
सरकारी बालगृह के शिक्षक केशव घुगे ने यह समस्या अकोला जिला बाल संरक्षण कक्ष के अधिकारी सुनील लाडूलकर को बताई। लाडूलकर ने आधार पंजीयन की रसीद लेकर ग्राहक सेवा प्रतिनिधि से लगातार संपर्क बनाए रखा और मामले की गहन जांच शुरू की।
जांच में सामने आया कि बालक का आधार पंजीयन पहले से ही मौजूद था, इसलिए नया पंजीयन संभव नहीं था। वहीं, सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार पुराने पते की जानकारी सीधे उपलब्ध कराना भी नियमों के विरुद्ध था, जिससे मामला और जटिल हो गया।
इसके बाद संबंधित विभाग की ओर से ऑनलाइन शिकायत दर्ज की गई। लगभग 30 दिनों के बाद शिकायत का निराकरण हुआ और बालक के पुराने आधार क्रमांक की जानकारी प्राप्त हुई। इसके आधार पर बुलढाना महिला एवं बाल विकास विभाग ने बालक को आधार केंद्र ले जाकर बायोमेट्रिक निशान दर्ज कराए और पुराना आधार कार्ड डाउनलोड किया।
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डाउनलोड किए गए आधार कार्ड पर बालक का पता जबलपुर का दर्ज था। इसी पते के आधार पर जबलपुर जिला बाल संरक्षण अधिकारी से संपर्क किया गया। अकोला और बुलढाना महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त प्रयासों से बालक को जबलपुर प्रशासन को सुपुर्द किया गया।
लगभग 11 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद बालक अपने मूल जिले में पहुंच चुका है। आवश्यक तकनीकी और कानूनी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद वह शीघ्र ही अपने परिवार से मिल सकेगा। यह घटना प्रशासनिक तत्परता और मानवीय प्रयासों की एक प्रेरणादायक मिसाल है।