वैष्णवी हगावने मामले में अजित पवार का बड़ा एक्शन
पुणे: वैष्णवी हगावने मौत मामले ने पूरे महाराष्ट्र को स्तब्ध कर दिया है। महिला को एक राजनेता के घर में प्रताड़ित किया गया। इस यातना से हताश होकर उसने आत्महत्या कर ली। इस घटना के उजागर होने के बाद हर जगह गुस्सा है। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने आज वैष्णवी के पिता से फोन पर बात की। उपमुख्यमंत्री ने वैष्णवी के पिता को भरोसा दिलाया कि वह उनके साथ हैं।
अजित पवार ने राजेंद्र हगावने को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। अजित पवार ने वैष्णवी के पिता अनिल कासपेते को भी आश्वासन दिया है कि उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।अनिल कासपाटे से फोन पर बात करते हुए अजित पवार ने राजेंद्र हगावने को लेकर अपना गुस्सा भी जाहिर किया। अजित पवार का अनिल कासपाटे से फोन पर बात करते हुए एक वीडियो भी सामने आया है। अजित पवार ने अनिल कासपाटे को आश्वासन दिया है कि वह इस लड़ाई में उनके साथ है।
ये है पूरा मामला
महाराष्ट्र के पुणे जिले के मुलशी तालुका से अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता राजेंद्र हगावने की बहू ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके साथ मारपीट की पुष्टि हुई। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया.
मृतका वैष्णवी शशांक हगावने (उम्र 23) के पिता ने बेटी के ससुराल वालों पर दहेज के लिए शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया। इस मामले में पति, सास और ससुर के खिलाफ बावधन थाने में मामला दर्ज किया गया। वैष्णवी के पिता आनंद उर्फ अनिल कासपाटे ने इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें अब तक पति, सास और नंनद की गिरफ्तारी हुई है। घर का बड़ा बेटा और ससुर फरार बताए जा रहे हैं।
कमरे में फांसी लगाकर की थी आत्महत्या
वैष्णवी ने 16 मई को शाम 4 बजे अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। कई घंटे बीत जाने के बाद जब वैष्णवी कमरे से बहार नहीं आई तो पति शशांक ने दरवाजा खटखटाया। जब दरवाजा नहीं खुला तो शशांक ने उसे तोड़ दिया। शंशाक जैसे ही कमरे में पहुंचा, तो उसे वैष्णवी का शव फंदे पर लटका हुआ मिला। शंशाक तुरंत वैष्णवी को लेकर अस्पताल पहुंचा। लेकिन, डॉक्टरों ने इलाज से पहले ही वैष्णवी को मृत घोषित कर दिया था।
आरोप है कि शशांक राजेंद्र हगावने, लता राजेंद्र हगावने, राजेंद्र तुकाराम हगावने, करिश्मा राजेंद्र हगावने और सुशील राजेंद्र हगावने ने उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया। पिता ने शिकायत में कहा कि यही लोग मेरी बेटी की मौत के जिम्मेदार हैं। राजेंद्र हगावने, अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद इलाके में हलचल मच गई है। पार्टी ने बड़ा कदम उठाते हुए राजेंद्र हगावने को पार्टी से निकाल दिया है।
आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की चार टीमें भेजी गईं
इस मामले में वैष्णवी के पति शशांक राजेंद्र हगावने, सास लता राजेंद्र हगावने और ननद करिश्मा राजेंद्र हगावने को मौत के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ससुर राजेंद्र तुकाराम हगावने और बड़ा बेटा सुशील राजेंद्र हगावने फरार हैं और उनकी तलाश के लिए पुलिस की चार टीमें भेजी गई हैं। राजेंद्र हगावने, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजीत पवार गुट के राज्य कार्यकारी सदस्य थे।
शादी में दिए गए थे 51 तोला सोना और एक फॉर्च्यूनर कार
वैष्णवी के पिता आनंद कासपेते की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, वैष्णवी की शादी में 51 तोला सोना, एक फॉर्च्यूनर कार और चांदी के बर्तन दिए गए थे। फिर, शादी के दूसरे दिन से ही शशांक और उसके ससुराल वाले घर के छोटे-छोटे कामों को लेकर उससे झगड़ने लगे। उसके चरित्र की बात करें तो वैष्णवी के ससुराल वालों ने उसे शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान करना शुरू कर दिया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि वैष्णवी के पति, सास-ससुर, ननद और देवर ने दहेज के लिए उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और उसके साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया। पोस्टमार्टम में वैष्णवी के शरीर पर चोट के निशान पाए गए। वैष्णवी का एक 10 महीने का बेटा भी है, जिसे आज उसके माता-पिता को सौंपा गया है।