मेट्रो की बोगी। इमेज-सोशल मीडिया
Bhopal Metro Fare and Timetable: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल आज से मेट्रो सिटी बन जाएगी। शहर में मेट्रो सेवा का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। दोनों मेट्रो में सवार होकर सफर करेंगे। कल यानी 21 दिसंबर की सुबह 9 बजे से आम लोग भी मेट्रो की सवारी कर सकेंगे। एक दिन में मेट्रो सुभाष नगर से एम्स के बीच 17 ट्रिप लगाएगी। 3 मिनट में एक से दूसरे स्टेशन पर पहुंचेगी और न्यूनतम किराया 20 रुपए होगा।
भोपाल में मेट्रो के दो प्रोजेक्ट चल रहे। पहला ऑरेंज लाइन करोंद से एम्स के बीच 16.74 किलोमीटर लंबा है। दूसरा प्रोजेक्ट ब्लू लाइन 14.16 किलोमीटर भदभदा से रत्नागिरि तक है। दोनों के लिए सुभाष नगर में डिपो बना है। पुल बोगदा में जंक्शन बनेगा यानी ट्रेनें यहां से क्रॉस होंगी। सबसे पहले ऑरेंज लाइन के प्रायोरिटी कॉरिडोर सुभाष नगर से एम्स तक 6.22 किमी की शुरुआत हो रही। इसमें 8 स्टेशन- सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर, रानी कमलापति, डीआरएम ऑफिस, अलकापुरी और एम्स शामिल हैं।
एक रूट पर 75 मिनटों में मेट्रो ट्रिप पूरी करेगी। एक दिन में 17 ट्रिप होंगी। इसमें एम्स से सुभाष नगर के बीच 9 और सुभाष नगर से एम्स के बीच 8 ट्रिप शामिल हैं। पहली ट्रेन सुबह 9 बजे से एम्स स्टेशन से चलेगी और आखिरी स्टेशन सुभाष नगर तक 40 मिनट में पहुंचेगी। अंतिम मेट्रो शाम 5 बजे एम्स से चलेगी। यह शाम 6.25 बजे सुभाष नगर पहुंचेगी।
मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने मेट्रो का किराया 3 जोन में बांटा है। इसमें कुल 8 स्टेशन हैं। पहले दो स्टेशनों का किराया 20 रुपए है। 3 से 5 स्टेशन का 30 रुपए और 6 से 8 स्टेशन का किराया 40 रुपए लगेगा। आप डीबी मॉल स्टेशन से रानी कमलापति स्टेशन जाते हैं तो 20 रुपए चुकाने होंगे। आप एम्स तक की यात्रा कर रहे तो 40 रुपए किराया देना पड़ेगा।
इंदौर में 31 मई को मेट्रो का कमर्शियल रन हुआ था। इसके शुरुआती 7 दिन तक लोगों को मुफ्त में सफर कराया गया था। एक महीने तक 25% से 75% तक किराए में छूट मिली थी। उम्मीद थी कि किराए का ये मॉडल भोपाल में अपनाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मेट्रो एमडी कृष्ण एस. चैतन्य के अनुसार किराए में छूट नहीं मिलेगी।
स्टेशन से टिकट लेने के बाद यात्री प्लेटफॉर्म पर पहुंचेंगे। यहां मेट्रो ट्रेन आने के 10 सेकंड बाद प्लेटफॉर्म और मेट्रो के गेट खुलेंगे। इस दौरान अनाउंसमेंट भी होगा कि गेट से दूरी बनाकर रखें, गेट खुलने वाले हैं।
मेट्रो में 980 यात्रियों की क्षमता है। वैसे, एक कोच में 330 यात्री सफर कर सकते हैं। एक कोच में बैठने के लिए सिर्फ आमने-सामने दोनों तरफ मिलाकर 6 चेयर हैं। 6 में से कुछ चेयर पर 5 तो कुछ पर 7 यात्रियों के बैठने की जगह है। इस लिहाज से एक कोच में 50 यात्री बैठ सकेंगे। बाकी 280 यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करनी होगी। मेट्रो एमडी चैतन्य ने कहा कि क्षमता अधिक है, लेकिन 250 यात्री बेहतर तरीके से यात्रा कर सकते हैं।
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सुभाष नगर से एम्स के बीच 6.22 किमी के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्रो चलेगी। इस दौरान 8 स्टेशन आएंगे। एम्स से बैठने के बाद सबसे पहला स्टेशन अलकापुरी आएगा, जहां मेट्रो 3 मिनट में पहुंचेगी। मेट्रो को एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पहुंचने में 2 से 3 मिनट लेगेंगे।
मेट्रो का टोटल ट्रैवलिंग टाइम 40 मिनट रहेगा। यह एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन की दूरी कम-से-कम 2 मिनट और अधिकतम 3 मिनट में पूरी करेगी। मेट्रो ट्रेन हर स्टेशन पर यात्रियों के चढ़ने और उतरने के लिए 2 मिनट रुकेगी। इस तरह मेट्रो का टोटल ट्रैवलिंग टाइम 40 मिनट पहुंच जाएगा।
मेट्रो में यात्री ट्रेन के संचालक के पास नहीं जा पाएंगे। न सामान्य ट्रेन की तरह स्टाफ ट्रेन में रहेगा। मेट्रो में किसी यात्री को इमरजेंसी होती है तो वह इमरजेंसी बटन दबाकर मेट्रो ड्राइवर से इंटरकॉम पर बात कर सकेगा। इसके बाद ड्राइवर तत्काल स्टेशन पर इमरजेंसी की जानकारी दे देंगे, जिससे मेट्रो के पहुंचने के पहले इमरजेंसी टीम स्टेशन पर पहुंच जाएगी।