विश्व हाइपरटेंशन दिवस 2024 ( Social Media)
सीमा कुमारी
नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: हर साल 17 मई को ‘विश्व हाइपरटेंशन दिवस’ (World Hypertension Day 2024) मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने के पीछे का मकसद लोगों में हाइपरटेंशन के प्रति जागरूकता फैलाना होता है। इस दिवस पर जगह-जगह कैंप लगाकर लोगों को जागरूक किया जाता है।
आपको बता दें, भागदौड़ और तनाव भरे जीवन में लोग अक्सर कई समस्याओं का शिकार हो जाते हैं। इस दिनों कई लोग बीपी,डायबिटीज जैसी समस्याओं से परेशान हैं। हाई ब्लड प्रेशर इन्हीं समस्याओं में से एक है, जिससे आजकल लगभग हर कोई परेशान है। यह एक आम स्वास्थ्य समस्या बन गई है, जो वैश्विक स्तर पर लाखों लोगों को प्रभावित कर रही है। ऐसे में आज ‘विश्व हाइपरटेंशन दिवस’ (World Hypertension Day 2024) के अवसर पर आइए जानें इस दिन का इतिहास, उद्देश्य और थीम
जानें कब हुई दिवस की शुरुआत
1- प्राप्त जानकारी के अनुसार, उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व उच्च रक्तचाप लीग (डब्ल्यूएचएल) ने विश्व उच्च रक्तचाप दिवस की शुरुआत की थी। डब्ल्यूएचएल ने 14 मई 2005 को पहला विश्व उच्च रक्तचाप दिवस शुरू किया था। 2006 से हर साल 17 मई को ही विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के रूप मनाया जाना तय किया गया ।
2-दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोगों को उच्च रक्तचाप प्रभावित करता है और यह असामयिक मौत का भी एक प्रमुख कारण है। हाई ब्लड प्रेशर हर साल लगभग 7.5 मिलियन मौतों के लिए जिम्मेदार है। इसलिए विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मकसद उच्च रक्तचाप के फैलाव, इसके लक्षणों और इससे निपटने के लिए सेहतमंद जीवनशैली अपनाने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। क्योंकि उच्च रक्तचाप के जल्दी इलाज से कई लोगों की जान बचाई जा सकती है।
विश्व हाइपरटेंशन दिवस की थीम
विश्व हाइपरटेंशन दिवस की इस साल की थीम Measure Your Blood Pressure Accurately, Control It, and Live Longer है। इस थीम से यह समझ आता है कि ब्लड प्रेशर को सटीकता के साथ कंट्रोल किया जाना चाहिए। इसे कंट्रोल करके आप लंबे समय तक सामान्य रूप से अपना जीवन यापन कर सकते हैं। हाई बीपी के लक्षण दिखने पर इसे नजरअंदाज नहीं करें।