
बच्चे को स्मार्ट बनाने के लिए पेरेंट्स अपनाए ये टिप्स,(सौ.सोशल मीडिया)
Parenting Tips: हर पैरेंट्स की ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा हर क्षेत्र में आगे रहे। उसका बच्चा स्मार्ट हो, पढ़ाई में अच्छा हो। कहा जाता है कि बच्चे गीली मिट्टी की तरह होते हैं जिसे सही आकार देना और निखारना माता-पिता का काम होता है। ऐसे में अगर आप अपने बच्चे को स्मार्ट बनाना चाहते हैं, तो यहां बताए गए टिप्स को अपना सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि बच्चे को स्मार्ट बनाने के लिए पेरेंट्स को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
बच्चों को लाइब्रेरी ले जाएं
एक्सपर्ट्स के अनुसार, बच्चे को स्मार्ट बनाने के लिए उनमें पढ़ने की आदत डालनी चाहिए, क्योंकि किताबें पढ़ने से बच्चे नई-नई चीजें सीख सकते हैं। बच्चों को मोटिवेशनल किताबें पढ़ने को देनी चाहिए। इसके लिए बच्चों को लाइब्रेरी ले जाएं। उन्हें अच्छी किताबें इश्यू करवाकर दें सकती हैं। इसके अलावा, बच्चों को गिफ्ट के तौर पर किताबें भी दे सकते हैं।
लाइफस्टाइल से जुड़ी अन्य खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें-
हर समय मदद करने से बचें
माता-पिता को हर समय बच्चे की मदद करने से भी बचना चाहिए। नहीं तो, हर समय बच्चे को किसी न किसी की जरूरत महसूस होगी, जो कि बच्चों को आगे बढ़ने में बाधा पैदा करेगी। ऐसे में पेरेंट्स को छोटी-छोटी बातों पर बच्चों की मदद करने से बचना चाहिए।
सिखाएं अच्छी आदत
शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बच्चों को अच्छी आदतें सिखाएं। खुद को स्वच्छ रखना, समय से सोना और उठना, रोज पढ़ाई करना और हेल्दी खाना खाने जैसी आदतें बच्चों के विकास के लिए बेहद जरूरी है।
प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें
बच्चे आमतौर पर जिज्ञासु होते हैं और बार-बार प्रश्न पूछते हैं। माता-पिता कई बार बच्चों की इस आदत से परेशान भी हो जाते हैं, लेकिन उन्हें हमेशा ज्यादा से ज्यादा प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे उनकी जिज्ञासु प्रवृत्ति बनी रहगी जिससे वह किसी भी विषय के बारे में ज्यादा जान पाएंगे। इस तरह से बच्चों के ज्ञान में वृद्धि होती है।
बच्चे को ध्यान से सुनें
बता दें, माता-पिता को बच्चे की हर बात पर गौर करना चाहिए। उनकी हर बातों का जवाब देना चाहिए। ऐसे में अगर आप बच्चों की बातों को इग्नोर करेंगे तो इससे आपका बच्चे की मानसिकता को प्रभावित करने का काम करेगा।
बहादुरी की कहानी सुनाएं
बच्चे को स्मार्ट बनाने के लिए मां-बाप को बहादुरी की कहानी सुनानी चाहिए। बच्चों को गुरु गोविंद सिंह जी के चार पुत्रों की कहानी या अन्य धार्मिक कहानियां सुनानी चाहिए। ये कहानियां न सिर्फ बच्चों की सकारात्मकता बढ़ाएंगी साथ ही यह उन्हें किसी काम को करने के लिए प्रेरित भी करेंगी। यह बच्चों के आत्मविश्वास बढ़ाने का काम करेंगी।






