मॉक ड्रिल (सौ.सोशल मीडिया)
Mock Drill: बीते 22 अप्रैल कश्मीर के पहलगाम हमले ने पूरे भारत को हिला दिया था। जिसका आज भारतीय सेना से आतंकी हमले का बदला ले लिया है। भारत की पाकिस्तान से तनातनी के बीच बुधवार को सीमा पर वायुसेना युद्धाभ्यास करेगी।
शहरों में सायरन बजेंगे और हवाई हमलों से बचाव की मॉक ड्रिल होगी। बुधवार को होने वाली मॉक ड्रिल का उद्देश्य युद्ध जैसे हालात में भारत की नागरिक तैयारियों का परीक्षण करना है। ऐसे में आज आइए जानते हैं कि मॉक ड्रिल किस तरह से आम नागरिकों को जागरूक करती है?
मॉक ड्रिल किस तरह से आम नागरिकों को जागरूक करती है जानिए
बिना रोशनी में रहने का होता है अभ्यास
मॉक ड्रिल के दौरान जब ब्लैकआउट होता है, तो उस समय लाइट बंद कर दी जाती है। जब युद्ध होता है, तो ब्लैकआउट के अभ्यास से आम नागरिक अपने घरों में कुछ देर के लिए बिना रोशनी के रह सकते हैं, दुश्मन को लोकेशन का पता ना चले।
आपातकालीन सेवाओं की तैयारी
मॉक ड्रिल में आम नागरिकों को मेडिकल इमरजेंसी के दौरान कैसे रिएक्ट करना है। दूसरों को किस तरह से अस्पताल पहुंचाना है। इसका मुख्य मकसद दहशत को कम करना, अराजकता फैलने से रोकना और जान बचाना होता है।
फायर गेड, पुलिस, एम्बुलेंस और स्वयंसेवकों को फील्ड में तैयार किया जाएगा कि आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दें। राहत और बचाव दल मॉक राहत कार्य का प्रदर्शन करेंगे।
हवाई हमलों से इस तरह बचें
नागरिकों को हवाई हमलों से बचाने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें बंकरों में किस तरह से शरण लें, दुश्मन की बमबारी से खुद को बचाते हुए सुरक्षित स्थान पर कैसे पहुंचे इसका अभ्यास करवाया जाता है। इससे उन्हें आपातकालीन स्थिति से निपटने में सहायता मिलती है।
सायरन और चेतावनी संकेत
सुबह और शाम को हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे (जैसे -रेड अलट,ऑल क्लियर)। नागरिकों को बताया जाएगा कि अलग-अलग सायरनों का क्या मतलब होता है और इन पर क्या प्रतिक्रिया करनी चाहिए।
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निकासी के समय कौन-सी वस्तुएं साथ रखनी हैं
मॉक ड्रिल लोगों को एक-साथ काम करने के लिए टीम वर्क सिखाती है, ताकि युद्ध होने पर आम नागरिक एक टीम के तौर पर कार्य कर सकें।
मॉक ड्रिल यह भी सुनिश्चित करती है कि लोग आपातकालीन स्थितियों के दौरान प्रभावी ढंग से रिएक्शन दें और सुरक्षित वातावरण बना सकें। लोगों को बताया जाएगा कि निकासी के समय कौन-कौन सी वस्तुएं साथ रखनी हैं, जैसे (आईडी, दवाइयां, पानी और रेडियो)।