नेचुरल उबटन का करें इस्तेमाल (सौ. सोशल मीडिया फोटो)
Natural Ubtan for Skin: चेहरे की खूबसूरती बनी रहे इसकी चाह हर किसी को होती है। त्वचा का देखभाल करते हुए महंगे-महंगे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल तो करते ही लेकिन कई बार इसके परिणाम अच्छे मिलने की बजाय चेहरे की रंगत को बिगाड़ने का काम करते है। इसके विपरित आयुर्वेद में भी कई प्राकृतिक उपाय मौजूद है जो चेहरे की सुंदरता को बरकरार रखते है। हमेशा से चेहरे की सुंदरता को बढ़ाने के लिए नेचुरल उबटन के इस्तेमाल पर जोर दिया गया है। यह उबटन का उपयोग भारतीय परंपरा का हिस्सा नहीं बल्कि त्वचा की सुंदरता का आवश्यक सौंदर्य प्रसाधन है।
हम शरीर की गंदगी को साफ करने के लिए साबुन का इस्तेमाल करते है लेकिन उबटन में प्राकृतिक निखार देने का तरीका होता है। साबुन त्वचा की सतह से गंदगी तो हटा देता है, लेकिन उसके साथ ही यह त्वचा के प्राकृतिक तेल और नमी को भी खत्म कर देता है। कई बार साबुन के अधिक इस्तेमाल से त्वचा रूखी, बेजान और कई बार संवेदनशील हो जाती है। इधर उबटन, आपके चेहरे को साफ करने के साथ अंदरूनी तौर पर रक्त संचार को बढ़ाता है। उबटन पीएच- फ्रेंडली होता है और त्वचा के नैचुरल ऑयल को सुरक्षित रखता है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसके इस्तेमाल से त्वचा साफ, मुलायम और चमकदार बनाता है।
चेहरे की रंगत नेचुरल रूप से बनाएं रखने के लिए उबटन में कई चीजों को शामिल किया जाता है। इनमें से कुछ प्रमुख हैं जैसे बेसन, हल्दी, चंदन और दूध। उबटन बनाने के लिए सबसे पहले सभी सामग्रियों को मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें। पेस्ट को अपनी त्वचा पर हल्के हाथों से मालिश करें और फिर पानी से धोकर साफ कर लें। आपको बिना किसी केमिकल के एक मुलायम, चमकदार रंगत दिखाई देगी।
बेसन- आयुर्वेद के अनुसार, बेसन को शामिल करने से त्वचा को अंदरूनी तौर पर फायदा मिलता है। बेसन त्वचा की गहराई से सफाई करता है और डेड स्किन को हटाता है।
हल्दी-हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा को संक्रमण से बचाते हैं और नैचुरल ग्लो देते हैं।
चंदन- आप उबटन में चंदन को शामिल करते है तो फायदा मिलता है। चंदन से त्वचा को ठंडक मिलती है।
दूध- इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड त्वचा को नमी प्रदान करता है और टैनिंग का काम करता है।
ये भी पढ़ें- जितिया व्रत के पहले दिन महिलाएं करती हैं नोनी साग का सेवन, जानिए घर में बनाने का आसान तरीका
उबटन का नियमित इस्तेमाल त्वचा को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है। यह त्वचा की सतह से धूल-मिट्टी, प्रदूषण और डेड सेल्स को हटाकर नई कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है। खास बात यह है कि उबटन पूरी तरह प्राकृतिक होता है, इसलिए इसके इस्तेमाल से किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट की संभावना बेहद कम रहती है।
आईएएनएस के अनुसार