माता सरस्वती को लगाएं इन चीजों का भोग ( डिजाइन फोटो)
सीमा कुमारी
नवभारत डिजिटल टीम: विद्या की देवी ‘मां सरस्वती’ (Maa Saraswati) को समर्पित बसंत पंचमी (Basant Panchami 2024) का पावन पर्व सनातन धर्म में बड़ा महत्व रखता है। बसंत पंचमी सनातन धर्म का एक प्रमुख त्योहार है। इस दिन पर भक्त ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा करते हैं।
यह त्योहार माघ महीने में पड़ने वाले शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन मनाया जाता है। यह दिन बसंत ऋतु की शुरुआत का भी प्रतीक है। इस दिन साधक बुद्धि की देवी की प्रार्थना करते हैं। साथ ही इस दिन मां को प्रसन्न करने के लिए उनके पसंदीदा भोग चढ़ाया जाता हैं। आइए जानें मां सरस्वती की पसंदीदा भोग के बारे में-
राजभोग
ज्योतिषियों के अनुसार, सनातन धर्म में मां सरस्वती की उपासना का विशेष महत्व हैं। आपको बता दें कि मां सरस्वती को सफेद और पीली वस्तुएं अतिप्रिय हैं। इससे देवी सरस्वती प्रसन्न होती हैं। बसंत का भी मुख्य रंग पीला होता हैं। मां शारदा को प्रसन्न करने के लिए राजभोग का भोग लगा सकते हैं।
केसर की रबड़ी
बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को केसर की रबड़ी का भोग भी लगाया जाता है। यह ज्ञान की देवी को प्रसन्न करने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। साथ ही जो लोग इस शुभ अवसर पर मां सरस्वती (Saraswati Puja) की विधि अनुसार पूजा करते हैं और उन्हें यह भोग अर्पित करते हैं, तो उनपर मां की कृपा सदैव बनी रहती है।
केसर रबड़ी (सोशल मीडिया)
बूंदी के लड्डू
धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि मां सरस्वती को बूंदी अति प्रिय है। ऐसे में आप देवी शारदा और गुरु गृह को प्रसन्न करने के लिए बसंत पंचमी पर बूंदी के लड्डू या बूंदी का भोग लगाएं। आप बूंदी या इसके लड्डुओं का प्रसाद को गरीबों में वितरित करें। इससे विद्या की देवी मां सरस्वती खुश होंगी।
केसर की खीर
कहते है, इस दिन माता मां सरस्वती को केसर की खीर का भोग जरूर लगाएं। केसर को शुभता और चावल को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में अगर आप मां को यह भोग अर्पित करते हैं, तो आपको मनचाहे करियर की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही ज्ञान और विद्या का आशीर्वाद मिलता है।
केसर का हलवा
सरस्वती पूजा में केसर का बहुत महत्व होता है। वहीं, आप केसर का हलवा बनाकर देवी सरस्वती को प्रसाद दरअसल, केसर का हलवा एक पारंपरिक भोग के रूप में अर्पित किया जाता है। कहा जाता है कि इसका भोग लगाने से मां सरस्वती सभी तकलीफों को दूर करती है।